मधुबनीः पूरे देश में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर लोग प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी कड़ी में जिले के अल्पसंख्यक समुदाय के सैकड़ों लोगों ने इस कानून के विरोध में कैंडल मार्च निकाला. इस दौरान लोगों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और साथ ही इसे काला कानून बताया.
'सीएए, एनआरसी और एनपीआर काला कानून'
प्रदर्शन कर रहे मो. आलम ने कहा कि वे लोग सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि इसके जरिए हमलोग सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि हम इस काले कानून के विरोध में हैं.
'किसी के हित में नहीं है यह कानून'
वहीं प्रदर्शनकारी अमानुल्लाह खान ने कहा कि यह काला कानून है और इससे हिन्दू और मुस्लिम दोनों समुदाय के भावना को ठेस पहुंच रही है. यह किसी के हित में नहीं है. सरकार जल्द से जल्द इसे वापस ले. उन्होंने कहा कि सरकार जब तक इसे वापस नहीं लेती प्रदर्शन जारी रहेगा.
कानून के खिलाफ प्रदर्शन जारी
बता दें कि इस कानून के पास होने के बाद से ही देश के विभिन्न जगहों पर इसके खिलाफ प्रदर्शन जारी है. इसके साथ ही विपक्ष भी इसके खिलाफ लगातार प्रदर्शन और सभाएं आयोजित कर रहा है.