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सरकार के खिलाफ फूटा महिलाओं का गुस्सा, कहा- लॉकडाउन में कोरोना से पहले भूख से मर जाएंगे

महिलाओं का आरोप है कि उन तक सरकारी राशन नहीं पहुंच पा रहा है. लोगों की मांग है कि भुखमरी से बचाने के लिए सरकार राशन कार्ड की बजाए आधार कार्ड से राशन का वितरण करे.

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Published : Apr 24, 2020, 7:35 PM IST

Updated : Apr 25, 2020, 11:54 AM IST

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मधुबनी: लॉकडाउन में लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो रही है. इससे बेनीपट्टी अनुमंडल स्थित खिरहर पंचायत में आम जनता का गुस्सा फूटना शुरू हो गया है. पंचायत की महिलाएं सरकार की तरफ से दी जा रही सुविधाओं को नाकाफी बता रही हैं. महिलाओं का कहना है कि राशन और मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने से भुखमरी की कगार पर खड़े हैं. ऐसे में लॉकडाउन तोड़ने के लिए विवश हैं.

महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन में किसी भी प्रकार की मूलभत सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही है. खाने के लिए राशन की किल्लत है, आलम यह है कि भुखमरी के हालात उत्पन्न हो गए हैं. बावजूद इसके सरकार का इस तरफ ध्यान नहीं है. हालात दिन पर दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं. हालात अगर ऐसे ही रहे तो कोरोना संक्रमण से पहले ही भूख से मरने की नौबत आ जाएगी.

पेश है एक रिपोर्ट

राशन कार्ड की बजाए आधार कार्ड से मिले राशन
स्थानीय युवक संतोष ठाकुर भी लोगों की तरह ही इस समस्या से जूझ रहे हैं. युवक की मानें तो लॉक डाउन में आम गरीब के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. वहीं, समाजसेवी युवती प्रिया राज ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि आम जनता को राशन कार्ड से नहीं बल्कि आधार कार्ड से राशन मुहैया कराया जाए. तभी भुखमरी की समस्या से निपटा जा सकता है.

madhubani
दुखड़ा सुनाती महिला

मधुबनी: लॉकडाउन में लोगों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो रही है. इससे बेनीपट्टी अनुमंडल स्थित खिरहर पंचायत में आम जनता का गुस्सा फूटना शुरू हो गया है. पंचायत की महिलाएं सरकार की तरफ से दी जा रही सुविधाओं को नाकाफी बता रही हैं. महिलाओं का कहना है कि राशन और मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलने से भुखमरी की कगार पर खड़े हैं. ऐसे में लॉकडाउन तोड़ने के लिए विवश हैं.

महिलाओं का कहना है कि लॉकडाउन में किसी भी प्रकार की मूलभत सुविधा मुहैया नहीं हो पा रही है. खाने के लिए राशन की किल्लत है, आलम यह है कि भुखमरी के हालात उत्पन्न हो गए हैं. बावजूद इसके सरकार का इस तरफ ध्यान नहीं है. हालात दिन पर दिन बिगड़ते ही जा रहे हैं. हालात अगर ऐसे ही रहे तो कोरोना संक्रमण से पहले ही भूख से मरने की नौबत आ जाएगी.

पेश है एक रिपोर्ट

राशन कार्ड की बजाए आधार कार्ड से मिले राशन
स्थानीय युवक संतोष ठाकुर भी लोगों की तरह ही इस समस्या से जूझ रहे हैं. युवक की मानें तो लॉक डाउन में आम गरीब के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. वहीं, समाजसेवी युवती प्रिया राज ने सरकार से अपील करते हुए कहा कि आम जनता को राशन कार्ड से नहीं बल्कि आधार कार्ड से राशन मुहैया कराया जाए. तभी भुखमरी की समस्या से निपटा जा सकता है.

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दुखड़ा सुनाती महिला
Last Updated : Apr 25, 2020, 11:54 AM IST
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