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मधुबनी में बांध मरम्मती पर बवाल, अफसर से मारपीट पर उतारु हुए ग्रामीण - अधिकारी

बांध पर कुछ विस्थापित लोगों ने अफवाह फैला दिया था. इसी के कारण लोगों ने मरम्मती के काम में रुकावट पैदा किया. लोगों से बैठकर वार्ता करने के बाद मामला शांत हुआ.

बांध
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Published : Jul 23, 2019, 12:53 PM IST

Updated : Jul 23, 2019, 2:39 PM IST

मधुबनी: जिले के कमला बलान के पश्चिमी तटबंध नरुआर के पास बांध टूटने से गांव में नदी का पानी घुस गया. उसकी मरम्मती के लिए जब प्रमंडल 2 के अधिकारी वहां पहुंचे, तब लोगों ने उनका जमकर विरोध किया. ग्रामीणों ने बांध बनाने से साफ मना कर दिया. लाठी-डंडे के बल पर हमला करने का भी प्रयास किया. अधिकारियों को पुलिस का सहारा लेना पड़ा. विवाद इतना बढ़ गया कि डीएम और एसपी को भी आना पड़ा.

आपको बता दें कि कुछ साल पहले भी यहां बांध टूट गया था, जिसमें दर्जनों घर सहित दर्जनों लोगों की भी मौत हुई थी. इससे पहले भी कई बार यहां बांध टूट चुका है.

लोगों ने किया बांध मरम्मत का विरोध

बांध के निर्माण से लोगों को परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि बांध का निर्माण हो जाने से उन्हें काफी परेशानी होगी. दीपावली के बाद बांध को वापस बांधने से लोगों को सहूलियत होगी. तबतक जो पानी गांव में घुसा है, वो नदी में वापस बहकर बाहर निकल जाएगा. पहले बांध बना देने से पानी गांव में हीं जमा हो जाएगा.

कुछ विस्थापित लोगों ने फैलाया था अफवाह
इस बाबत झंझारपुर एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि बांध पर कुछ विस्थापित लोगों ने अफवाह फैला दिया था. इसी के कारण लोगों ने मरम्मत के काम में रुकावट पैदा किया. उन्होने बताया कि लोग अधिकारियों को लाठी-डंडे से मारने पर उतारु हो गए थे. कुछ लोगों पर जल संसाधन विभाग द्वारा FIR दर्ज भी की गई है.

लोगों से बातचीत कर सुलझाया मामला
एसडीएम ने बताया कि लोगों से बैठकर बात की गई और उन्हें समझाया गया. बातचीत के दौरान लोगों को बताया गया कि प्रशासन और विभाग तत्काल प्रभाव के लिए बांध को सिर्फ बांधना चाह रहा है. इससे अधिक बारिश होने पर भी बांध में कटाव नहीं आएगी. इतना समझाने के बाद लोगों ने अपनी गलती स्वीकार की. आज से मरम्मत का काम फिर से शुरु हो गया है. जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा.

मधुबनी: जिले के कमला बलान के पश्चिमी तटबंध नरुआर के पास बांध टूटने से गांव में नदी का पानी घुस गया. उसकी मरम्मती के लिए जब प्रमंडल 2 के अधिकारी वहां पहुंचे, तब लोगों ने उनका जमकर विरोध किया. ग्रामीणों ने बांध बनाने से साफ मना कर दिया. लाठी-डंडे के बल पर हमला करने का भी प्रयास किया. अधिकारियों को पुलिस का सहारा लेना पड़ा. विवाद इतना बढ़ गया कि डीएम और एसपी को भी आना पड़ा.

आपको बता दें कि कुछ साल पहले भी यहां बांध टूट गया था, जिसमें दर्जनों घर सहित दर्जनों लोगों की भी मौत हुई थी. इससे पहले भी कई बार यहां बांध टूट चुका है.

लोगों ने किया बांध मरम्मत का विरोध

बांध के निर्माण से लोगों को परेशानी
स्थानीय लोगों का कहना है कि बांध का निर्माण हो जाने से उन्हें काफी परेशानी होगी. दीपावली के बाद बांध को वापस बांधने से लोगों को सहूलियत होगी. तबतक जो पानी गांव में घुसा है, वो नदी में वापस बहकर बाहर निकल जाएगा. पहले बांध बना देने से पानी गांव में हीं जमा हो जाएगा.

कुछ विस्थापित लोगों ने फैलाया था अफवाह
इस बाबत झंझारपुर एसडीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया कि बांध पर कुछ विस्थापित लोगों ने अफवाह फैला दिया था. इसी के कारण लोगों ने मरम्मत के काम में रुकावट पैदा किया. उन्होने बताया कि लोग अधिकारियों को लाठी-डंडे से मारने पर उतारु हो गए थे. कुछ लोगों पर जल संसाधन विभाग द्वारा FIR दर्ज भी की गई है.

लोगों से बातचीत कर सुलझाया मामला
एसडीएम ने बताया कि लोगों से बैठकर बात की गई और उन्हें समझाया गया. बातचीत के दौरान लोगों को बताया गया कि प्रशासन और विभाग तत्काल प्रभाव के लिए बांध को सिर्फ बांधना चाह रहा है. इससे अधिक बारिश होने पर भी बांध में कटाव नहीं आएगी. इतना समझाने के बाद लोगों ने अपनी गलती स्वीकार की. आज से मरम्मत का काम फिर से शुरु हो गया है. जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा.

Intro:बाँध मरम्मती को लेकर लोगो ने किया मारपीट,मधुबनी


Body:मधुबनी
कमला बलान के पश्चिमी तटबंध नरुआर के समीप जो टूटा हुआ बांध था उसे मरम्मत करने के लिए बाढ़ प्रमंडल 2 के अधिकारी पहुंचे थे जहां उन्हें ग्रामीणों ने पुरजोर विरोध किया। ग्रामीणों ने बांध को बनाने से साफ मना कर दिया था यहां तक कि ग्रामीण लाठी-डंडे के बल पर भी हमला करने का प्रयास किया।बाढ़ प्रमंडल 2 विभाग को पुलिस की सहारा लेनी परी।पर उसके बावजूद भी बांध की मरम्मत ग्रामीणों ने नहीं होने दिया ।अधिकारी ग्रामीण में काफी बहस हुई ।माहौल को देखते हुए dm, sp को भी आना पड़ा।स्थानीय ग्रामीण ने बताया कि अभी यह बांध के निर्माण हो जाने से हम लोगों को काफी परेशानी होगी।बार बार नदी में पानी आएगा और निकल जायेगा। दीपावली के बाद बांध का निर्माण करने से हम लोगों को सहूलियत मिलेगी अभी जो हल्का फुल्का पानी आएगा वह बाहर निकल जाएगा लेकिन बाढ़ प्रमंडल के अधिकारी उसे मरम्मती करने में अरे हुए हैं। अधिकारी और स्थानीय प्रशासन इसे मानने को तैयार नहीं थे इस बाबत एसडीएम झंझारपुर अंशुल अग्रवाल ने बताया टूटे हुए बांध को मरम्मत करने के लिए बाढ़ प्र मंडल के अधिकारी गए थे जहां ग्रामीणों ने उनका विरोध किया लाठी डंडे से मार करने पर उतारू हो गए थे ।बांध पर कुछ विस्थापित लोगो द्वारा गलत अफवाह फैला दिया गया था जिसके कारण ग्रामीण मरम्मत कार्य में अबरोध उत्पन्न कर दिया था जिसके बाद ग्रामीणों से बर्ता किय्या गया।कुछ लोगों पर जल संसाधन विभाग द्वारा एफ आई आर भी दर्ज की गई है और उन लोगों से बैठकर वार्ता किया गया है बांध की मरम्मत कार्य बहुत जल्द संपन्न कर लिया जाएगा। देखना है इस बांध को कितने जल्दी बाढ़ प्रमंडल के अधिकारी बन पाते हैं ।बता दु की कुछ बर्ष पूर्व भी यहाँ बांध टूट गया था।दर्जनों मकान नदी के धारा में बह गई दर्जनों लोगों की मौत हुई है इससे पूर्व भी कई बार बांध यहां टूट चुका है जिस कारण ग्रामीण उसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं ।
बाइट स्थानीय ग्रामीण
बाइट अंशुल अग्रवाल एसडीएम झंझारपुर
राज कुमार झा,मधुबनी


Conclusion:
Last Updated : Jul 23, 2019, 2:39 PM IST
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