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CAA पर बोले नीतीश मिश्रा- विपक्षी पार्टी फैला रही है लोगों में भ्रम

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Published : Dec 28, 2019, 8:48 PM IST

नीतीश मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान तीनों देशों में हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी धर्म के अल्पसंख्यक लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में शरणार्थी बने हुए हैं, उन्हें सीएए के तहत भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी.

nitish mishra
nitish mishra

मधुबनी: जिले में शनिवार को बीजेपी के पूर्व मंत्री सह प्रदेश उपाध्यक्ष नीतीश मिश्रा पार्टी कार्यालय पहुंचे. जहां कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.वहीं नीतीश मिश्रा ने प्रेस वार्ता में सीएए को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला किया.

पहले भी हुआ है संशोधन- नीतीश मिश्रा
नीतीश मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून में समय-समय पर संशोधन किया जाता रहा है. इसमें 8 बार संशोधन हो चुका है. उन्होंने कहा कि लोगों को पता होना चाहिए कि सन् 1950 में नेहरू-लियाकत समझौता किया गया था. जिसमें अपने-अपने देश के अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा, सम्मान की बात कही गई थी. लेकिन पाकिस्तान की ओर से लगातार इस समझौते का अपमान किया गया है. जिसके बाद पीएम मोदी की सरकार ने सीएए में संशोधन किया है.

नीतीश मिश्रा बोले विपक्षी पार्टी फैला रही है लोगों में भ्रम

'विपक्षी पार्टी लोगों में फैला रही है भ्रम'
नीतीश मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान तीनों देशों में हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी धर्म के अल्पसंख्यक लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में शरणार्थी बने हुए हैं, उन्हें सीएए के तहत भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल सीएए को लेकर लोगों में भ्रम फैलाने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि लोगों को ये भी जानना चाहिए कि एनआरसी और एनपीआर में कोई संबंध नहीं है.

nitish mishra on CAA
नीतीश मिश्रा और कार्यकर्ता

मधुबनी: जिले में शनिवार को बीजेपी के पूर्व मंत्री सह प्रदेश उपाध्यक्ष नीतीश मिश्रा पार्टी कार्यालय पहुंचे. जहां कार्यकर्ताओं ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.वहीं नीतीश मिश्रा ने प्रेस वार्ता में सीएए को लेकर कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला किया.

पहले भी हुआ है संशोधन- नीतीश मिश्रा
नीतीश मिश्रा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन कानून में समय-समय पर संशोधन किया जाता रहा है. इसमें 8 बार संशोधन हो चुका है. उन्होंने कहा कि लोगों को पता होना चाहिए कि सन् 1950 में नेहरू-लियाकत समझौता किया गया था. जिसमें अपने-अपने देश के अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा, सम्मान की बात कही गई थी. लेकिन पाकिस्तान की ओर से लगातार इस समझौते का अपमान किया गया है. जिसके बाद पीएम मोदी की सरकार ने सीएए में संशोधन किया है.

नीतीश मिश्रा बोले विपक्षी पार्टी फैला रही है लोगों में भ्रम

'विपक्षी पार्टी लोगों में फैला रही है भ्रम'
नीतीश मिश्रा ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान तीनों देशों में हिंदू, जैन, बौद्ध, सिख, ईसाई और पारसी धर्म के अल्पसंख्यक लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में शरणार्थी बने हुए हैं, उन्हें सीएए के तहत भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस केवल सीएए को लेकर लोगों में भ्रम फैलाने का काम कर रही है. उन्होंने बताया कि लोगों को ये भी जानना चाहिए कि एनआरसी और एनपीआर में कोई संबंध नहीं है.

nitish mishra on CAA
नीतीश मिश्रा और कार्यकर्ता
Intro:पूर्व मंत्री सह प्रदेश उपाध्यक्ष नीतीश मिश्रा ने ccaको लेकर काँग्रेस पर किया हमला, मधुबनी


Body:मधुबनी
बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष सह पूर्व मंत्री नीतीश मिश्रा मधुबनी पहुंचे। बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।उन्हें पाग माला से सम्मानित किया।प्रेस कांफ्रेंस के दौरान नीतीश मिश्रा ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नागरिकता संसोधन कानून पर समय समय पर संसोधन किया जाता रहा है। आठ बार समय समय संसोधन किय्या गया है। 1950 ईसवी में नेहरू लियाकत समझौता किया गया था जिसमे अपने अपने अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा, सम्मान की बात कही गई थी।लेकिन पाकिस्तान द्वारा लगातार इस समझौते का अपमान किया गया है।कांग्रेश भूल गई है ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने वाला है यह कानून। उन्होंने पाकिस्तान बांग्लादेश अफगानिस्तान तीनों देशों में हिंदू जैन बौद्ध सिख ईसाई पारसी धर्म के अल्पसंख्यक लोग जो धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत में शरणार्थी का जीवन बिताने को मजबूर थे उन्हें भारत की नागरिकता प्रदान की जाएगी । 1947 में पाकिस्तान में अल्पसंख्यक आबादी 23% से घटकर 2011 में 3% से भी कम रह गई है ।अफगानिस्तान में हिंदू सिख नागरिकों की संख्या पांच लाख थी जो घट कर 3 हजार से भी कम रह गई है। nrc की कोई प्रक्रिया अभी देश में शुरू नहीं हुई है आज कांग्रेस राजद वामपंथी जैसे दलों का महागठबंधन सीए को देशहित के बजाय धार्मिक बटवारा का रूप देने की साजिश में लगे हुआ है जो कि चिंता का विषय है उन्होंने बताया एनआरसी को एनपीआर से कोई संबंध नहीं है ।देश में आठ सौ यूनिवर्सिटी एवब 40 हजार से अधिक कॉलेज है।जिसमे दो चार संस्थानों में अराजक तत्वों ने साजिश रच कर माहौल को हिंसक बना दिया है।यह देश के लिए दुर्भाग्य की बात है।
बाइट नीतीश मिश्र पूर्व मंत्री सह बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष राजकुमार झा
मधुबनी


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