मधुबनी: शनिवार का दिन मधुबनीवासियों के लिए ऐतिहासिक दिन रहा. मेडिकल क्षेत्र में जिले को नया तोहफा मिला है. राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से शिलान्यास किया. इस अवसर पर जिलाधिकारी डॉ. नीलेश रामचंद्र देवरे, झंझारपुर सांसद रामप्रीत मंडल, झंझारपुर विधायक गुलाब यादव, हरलाखी विधायक सुधांशु शेखर, एमएलसी सुमन कुमार महासेठ मौजूद उपस्थित रहे.
राजकीय चिकित्सा अस्पताल के लिए 22 एकड़ का परिसर और 515 करोड़ रुपये की लागत अनुमानित है. सरकारी चिकित्सा महाविद्यालय का निर्माण कार्य 3 साल में पूर्ण कर लिए जाने का लक्ष्य रखा गया है. भवन निर्माण कार्य में प्रशासनिक भवन, विभिन्न विभागीय पुस्तकालय भवन, प्रयोगशाला का प्रावधान किया गया है. झंझारपुर सांसद रामप्रीत मंडल ने बताया कि अस्पताल निर्माण होने से मिथिला वासियों को विशेष फायदा होगा. खासकर झंझारपुर, मधुबनी, सहरसा, सुपौल, और मधेपुरा के लोग लाभान्वित होंगे.
'शिलान्यास के साथ कार्य प्रारंभ'
झंझारपुर एमएलसी सुमन महासेठ ने कहा कि सभी लोगों को सहयोग करके निर्माण करवाने की आवश्यकता है. मिथिलांचल के लिए ऐतिहासिक दिन है. देश में स्वास्थ्य व्यवस्था में आजादी के बाद बिहार में एक भी मेडिकल कॉलेज की स्थापना नहीं की गई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में 11 नए मेडिकल कॉलेज खोलने की वादा किया था. जिसके बाद आज राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भवन का शिलान्यास के साथ कार्य भी प्रारंभ कर दिया जाएगा.
'जिलावासी होंगे विशेष लाभान्वित'
वहीं, जिलाधिकारी डॉ. रामचंद्र देवरे ने बताया राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी ने शिलान्यास किया है. 21 एकड़ में 515 करोड़ की लागत से करीब 36 महीने में इसका निर्माण कराया जाएगा. यहां एमबीबीएस तक की पढ़ाई संपन्न होगी. विश्वास है कि इससे जिलावासी विशेष लाभान्वित होंगे.