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मधुबनी: प्रवासी डोमा पासवान मौत मामले में MSU का धरना, सरकार से मुआवजे की मांग - क्वॉरेंटाइन सेंटर

कथित भूख से मौत मामले में मधुबनी समाहरणालय के समक्ष मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने एक दिवसीय उपवास सह धरना दिया. इस दौरान छात्रों ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की.

मधुबनी
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Published : May 27, 2020, 12:23 AM IST

मधुबनी: बासोपट्टी प्रखंड के खौना में दलित मजदूर डोमा पासवान उर्फ राजकुमार पासवान की मौत पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने एक दिवसीय उपवास किया. इस दौरान मृतक को श्रद्धांजलि भी दी गई.

राजकुमार को ट्रेन में नहीं मिला खाना

इस दौरान एमएसयू के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रियरंजन पांडेय ने कहा कि राजकुमार पासवान चेन्नई से 3 दिनों का लंबी सफर तय करते हुए चौथे दिन मधुबनी स्टेशन पहुंचा, जहां से उसे अपने गृह प्रखंड बासोपट्टी भेज दिया गया. इस दौरान ट्रेन में उसे खाना नहीं दिया गया. यहां तक कि स्टेशन पर भी उसे खाना नहीं मिला. स्टेशन से जब उन्हें बासोपट्टी प्रखंड मुख्यालय छोड़ा गया तो वहां भी उन्हें न तो खाना मिला और न ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में जगह.

स्नान के दौरान हुई मौत

इसके बाद थक हार कर डोमा पासवान 4 दिनों की यात्रा के बाद बासोपट्टी प्रखंड मुख्यालय से अपने गांव खौना की ओर कड़ी धूप में पैदल ही चल पड़ा. बता दें कि बासोपट्टी से उनके पंचायत खौना की दूरी 10 से 12 किलोमीटर है. इस दौरान भूख से तड़पता हुआ डोमा पासवान बगल के पोखर में स्नान किया और उसकी मौत हो गई.

एक दिवसीय धरना

इसी के आलोक में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने न्याय दिलाने के लिए मंगलवार को मधुबनी समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय उपवास सह धरना किया. मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है.

मधुबनी: बासोपट्टी प्रखंड के खौना में दलित मजदूर डोमा पासवान उर्फ राजकुमार पासवान की मौत पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने एक दिवसीय उपवास किया. इस दौरान मृतक को श्रद्धांजलि भी दी गई.

राजकुमार को ट्रेन में नहीं मिला खाना

इस दौरान एमएसयू के राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रियरंजन पांडेय ने कहा कि राजकुमार पासवान चेन्नई से 3 दिनों का लंबी सफर तय करते हुए चौथे दिन मधुबनी स्टेशन पहुंचा, जहां से उसे अपने गृह प्रखंड बासोपट्टी भेज दिया गया. इस दौरान ट्रेन में उसे खाना नहीं दिया गया. यहां तक कि स्टेशन पर भी उसे खाना नहीं मिला. स्टेशन से जब उन्हें बासोपट्टी प्रखंड मुख्यालय छोड़ा गया तो वहां भी उन्हें न तो खाना मिला और न ही क्वॉरेंटाइन सेंटर में जगह.

स्नान के दौरान हुई मौत

इसके बाद थक हार कर डोमा पासवान 4 दिनों की यात्रा के बाद बासोपट्टी प्रखंड मुख्यालय से अपने गांव खौना की ओर कड़ी धूप में पैदल ही चल पड़ा. बता दें कि बासोपट्टी से उनके पंचायत खौना की दूरी 10 से 12 किलोमीटर है. इस दौरान भूख से तड़पता हुआ डोमा पासवान बगल के पोखर में स्नान किया और उसकी मौत हो गई.

एक दिवसीय धरना

इसी के आलोक में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने न्याय दिलाने के लिए मंगलवार को मधुबनी समाहरणालय के समक्ष एक दिवसीय उपवास सह धरना किया. मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने सरकार से पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग की है. वहीं, लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की भी मांग की है.

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