ETV Bharat / state

मधुबनी: लिखिया प्रतियोगिता में 655 प्रतिभागियों ने लिया हिस्सा, बनाया विश्व रिकॉर्ड

क्राफ्टवाला और राज्य विकास फॉउंडेशन के बैनर तले इस आयोजन के आखिरी दिन श्रेष्ठ 2 प्रतिभागियों को चानो देवी सम्मान पुरस्कार के तहत 50 हजार रुपये और रौदी पासवान सम्मान पुरस्कार के तहत 35 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा निर्णायक मंडल की ओर से चयनित अन्य कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा.

मधुबनी में मिथिला पेंटिग प्रतियोगिता
author img

By

Published : Nov 24, 2019, 11:44 AM IST

मधुबनी: शहर में नगर परिषद के टाउन क्लब मैदान में दो दिवसीय लिखिया प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें 655 प्रतिभागियों ने एक साथ मिथिला पेंटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. प्रतिभागी प्रतियोगिता में भाग लेने जिले के विभिन्न गांवों से पहुंचे थे. जिसमें उनसे कोई भी शुल्क नहीं लिया गया.

ये प्रतियोगिता हर तबके के लोग का विशाल समागम था. जिसमें अलग-अलग आयु वर्ग के कलाकारों ने भाग लिया था. सभी कलाकार मिथिला पेंटिग के जरिए मिथिला के पारंपरिक चित्र के साथ-साथ आधुनिक और वैज्ञानिक विषयों को ले कर चित्र बनाते देखे गए.

mithila painting competition organised in madhubani
प्रतियोगिता में मिथिला पेंटिग बनाते प्रतिभागी

'मिथिला में 50 हजार से ज्यादा कलाकार सक्रिय'
इस अवसर पर समाजसेवी सुमन सिंह ने बताया कि मिथिला चित्रकला में कुछ खास लोगों ने अपना आधिपत्य बना रखा है. इसे तोड़ने की जरूरत है. मिथिला में आज 50 हजार से ज्यादा कलाकार सक्रिय हैं, लेकिन उन्हें अपेक्षित मंच और बाजार नहीं मिलता है. ऐसे में ये एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है. जिसमें हर तबके की पीढ़ी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इस तरह के कार्यक्रम से समाज का विकास होगा.

मिथिला पेंटिग प्रतियोगिता में कलाकारों ने लिया बढ़-चढ़ कर हिस्सा

आखिरी दिन पुरस्कृत होंगे चयनित प्रतिभागी
क्राफ्टवाला और राज्य विकास फॉउंडेशन के बैनर तले इस आयोजन के आखिरी दिन श्रेष्ठ 2 प्रतिभागियों को चानो देवी सम्मान पुरस्कार के तहत 50 हजार रुपये और रौदी पासवान सम्मान पुरस्कार के तहत 35 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा निर्णायक मंडल की ओर से चयनित अन्य कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा.

मधुबनी: शहर में नगर परिषद के टाउन क्लब मैदान में दो दिवसीय लिखिया प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें 655 प्रतिभागियों ने एक साथ मिथिला पेंटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. प्रतिभागी प्रतियोगिता में भाग लेने जिले के विभिन्न गांवों से पहुंचे थे. जिसमें उनसे कोई भी शुल्क नहीं लिया गया.

ये प्रतियोगिता हर तबके के लोग का विशाल समागम था. जिसमें अलग-अलग आयु वर्ग के कलाकारों ने भाग लिया था. सभी कलाकार मिथिला पेंटिग के जरिए मिथिला के पारंपरिक चित्र के साथ-साथ आधुनिक और वैज्ञानिक विषयों को ले कर चित्र बनाते देखे गए.

mithila painting competition organised in madhubani
प्रतियोगिता में मिथिला पेंटिग बनाते प्रतिभागी

'मिथिला में 50 हजार से ज्यादा कलाकार सक्रिय'
इस अवसर पर समाजसेवी सुमन सिंह ने बताया कि मिथिला चित्रकला में कुछ खास लोगों ने अपना आधिपत्य बना रखा है. इसे तोड़ने की जरूरत है. मिथिला में आज 50 हजार से ज्यादा कलाकार सक्रिय हैं, लेकिन उन्हें अपेक्षित मंच और बाजार नहीं मिलता है. ऐसे में ये एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है. जिसमें हर तबके की पीढ़ी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इस तरह के कार्यक्रम से समाज का विकास होगा.

मिथिला पेंटिग प्रतियोगिता में कलाकारों ने लिया बढ़-चढ़ कर हिस्सा

आखिरी दिन पुरस्कृत होंगे चयनित प्रतिभागी
क्राफ्टवाला और राज्य विकास फॉउंडेशन के बैनर तले इस आयोजन के आखिरी दिन श्रेष्ठ 2 प्रतिभागियों को चानो देवी सम्मान पुरस्कार के तहत 50 हजार रुपये और रौदी पासवान सम्मान पुरस्कार के तहत 35 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा निर्णायक मंडल की ओर से चयनित अन्य कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा.

Intro: मधुबनी लिखिया प्रतियोगिता में बनाया रिकॉर्ड
Body:
मधुबनी
नगर परिषद मधुबनी के टाउन क्लब मैदान में लिखिया प्रतियोगिता का दो दिवसीय आयोजन किया गया । 655 प्रतिभगियों ने मिथिला पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग ले कर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया । प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए जिले के विभिन्न गांवों से विभिन्न आयु वर्ग के स्त्री पुरुष कलाकारों ने बढ़ चढ़ कर भाग लिया । इस प्रतियोगिता में किसी भी प्रतिभागियों से कोई शुल्क नही लिया गया और ना ही इन्हें पहले से की कोई तय विषय पर पेंटिंग बनाने का निर्देश दिया गया था । ऊंच-नीच, गरीब-अमीर, लिंग-भेद तथा जातीय हदबंदी को तोड़ते हुवे मधुबनी में मिथिला पेंटिंग कलाकारों का यह विशाल समागम था । सभी कलाकार जमीन पर बैठ कर मिथिला के पारंपरिक चित्र के साथ साथ आधुनिक एवं वैज्ञानिक विषयों को ले कर चित्र बनाते देखे गए । आयोजक क्राफ्टवाला एवं राज्य विकास फॉउंडेशन के बैनर तले होने वाले इस आयोजन के आखरी दिन श्रेष्ठ दो प्रतियोगी को 50,000 रुपये का चानो देवी सम्मान पुरस्कार एवं 35000 रुपये का रौदी पासवान सम्मान पुरस्कार दिया जाएगा । निर्णायक मंडल द्वारा चयनित अन्य कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार दे कर सम्मानित किया जाएगा । इस अवसर पर राकेश झा ने बताया कि मधुबनी क्षेत्र के कलाकारों को बड़ा मंच उपलब्ध कराने के उद्देश्य से इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । सुमन सिंह ने बताया कि मिथिला चित्रकला के बाजार पर कुछ खास लोगों ने आधिपत्य बना रखा है। इसे तोड़ने की जरूरत है । मिथिला में आज भी 50000 से ज्यादा कलाकार सक्रिय हैं , लेकिन उन्हें अपेक्षित मंच और बाजार उपलब्ध नही हो रहा है । इस दृष्टिकोण से यह एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है पीढ़ी को इस तरह के आयोजन में बढ़ चढ़ कर भाग लेने से मिथिला चित्रकला का भविष्य उज्ज्वल दिख रहा है। इस तरह का कार्यक्रम से समाज का विकास होगा।आयोजन को सफल बनाने में सुमन सिंह, षष्ठीनाथ झा, अजित आजाद, सोनू निशांन्त, रानी झा, कल्पना सिंह, मुकुंद झा, मुकुंद माधव, विजय घनश्याम आदि का सहयोग किया।
बाइट सुमन सिंह समाजसेवी
बाइट खस्टिनाथ झा, समाजसेवी
राज कुमार झा,मधुबनीConclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.