मधुबनी: शहर में नगर परिषद के टाउन क्लब मैदान में दो दिवसीय लिखिया प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसमें 655 प्रतिभागियों ने एक साथ मिथिला पेंटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर विश्व कीर्तिमान स्थापित किया. प्रतिभागी प्रतियोगिता में भाग लेने जिले के विभिन्न गांवों से पहुंचे थे. जिसमें उनसे कोई भी शुल्क नहीं लिया गया.
ये प्रतियोगिता हर तबके के लोग का विशाल समागम था. जिसमें अलग-अलग आयु वर्ग के कलाकारों ने भाग लिया था. सभी कलाकार मिथिला पेंटिग के जरिए मिथिला के पारंपरिक चित्र के साथ-साथ आधुनिक और वैज्ञानिक विषयों को ले कर चित्र बनाते देखे गए.
'मिथिला में 50 हजार से ज्यादा कलाकार सक्रिय'
इस अवसर पर समाजसेवी सुमन सिंह ने बताया कि मिथिला चित्रकला में कुछ खास लोगों ने अपना आधिपत्य बना रखा है. इसे तोड़ने की जरूरत है. मिथिला में आज 50 हजार से ज्यादा कलाकार सक्रिय हैं, लेकिन उन्हें अपेक्षित मंच और बाजार नहीं मिलता है. ऐसे में ये एक महत्वपूर्ण प्रतियोगिता है. जिसमें हर तबके की पीढ़ी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है. इस तरह के कार्यक्रम से समाज का विकास होगा.
आखिरी दिन पुरस्कृत होंगे चयनित प्रतिभागी
क्राफ्टवाला और राज्य विकास फॉउंडेशन के बैनर तले इस आयोजन के आखिरी दिन श्रेष्ठ 2 प्रतिभागियों को चानो देवी सम्मान पुरस्कार के तहत 50 हजार रुपये और रौदी पासवान सम्मान पुरस्कार के तहत 35 हजार रुपये दिए जाएंगे. इसके अलावा निर्णायक मंडल की ओर से चयनित अन्य कलाकारों को सांत्वना पुरस्कार भी दिया जाएगा.