मधुबनी: कोरोना संक्रमण की वजह से सबका हाल बेहाल है. खासकर उन प्रवासी मजदूरों का, जो दूसरे राज्यों में मजदूरी करके अपना और अपने परिवार का पेट भरने का काम करते थे. लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से इनकी हालत आज हालात बद से बदतर हो गई है. लेकिन बिहार सरकार ने इनलोगों के लिये एक पहल शुरू की है. मनरेगा योजना के तहत सभी लोगों को रोजगार मिलना सुनिश्चित हो गया है.
प्रवासी मजदूरों ने शुरू किया काम
दर्जनों प्रवासी मजदूरों ने अब मनरेगा योजनाओं में काम करना शुरू कर दिया है. जिससे अब इनलोगों के परिवार पर किसी भी तरह की आर्थिक संकट नहीं गहराएगी. जिले के बेनीपट्टी प्रखंड अंतर्गत ढंगा पंचायत में प्रवासियों को सरकार की ओर से काम दे दिया गया है. ये सभी लोग किसी तरह दूसरे राज्यों से अपने राज्य आए थे. उसके बाद सभी को 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखा गया.
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन
मनरेगा योजनाओं के तहत सभी को काम दिया गया है. सभी प्रवासी मजदूर कोरोना संक्रमण महामारी से लड़ने के लिए अब तैयार हैं. सभी लोग मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का भी ख्याल रख रहे हैं.
सरकार को दिया धन्यवाद
मनरेगा योजना के तहत मिलने वाले पैसे से मजदूर और इनके परिवार को दो वक्त का खाना भी मिल जाएगा. इसके लिए प्रवासी मजदूरों ने सरकार और पंचायत को धन्यवाद दिया है. क्योंकि इन्हें विश्वास नहीं था कि अपने राज्य में जाकर उन्हें कोई कार्य मिलेगा. अब सभी प्रवासी मजदूर बेहद खुश हैं. नीतीश कुमार की सरकार को दिल से दुआ दे रहे हैं. क्योंकि सरकार ने इन प्रवासियों को रोजगार देने का काम किया है.