ETV Bharat / state

CM साहब बाढ़ पीड़ितों की सुनिए पुकार, पानी-अन्न बगैर मर रहा है पूरा परिवार

अन्न और पानी के बगैर पूरा परिवार मर रहा है. बारिश में सर छुपाने के लिए प्लास्टिक तक नहीं है. गांव के अंदर फंसे लोगों को राहत सामग्री दवा, पानी, भोजन कुछ भी नसीब नहीं हो रहा है.

author img

By

Published : Jul 18, 2019, 11:46 AM IST

Updated : Jul 18, 2019, 12:21 PM IST

बाढ़ का कहर

मधुबनी: कमला बलान नदी. जिले के लोगों के लिए कहर का दूसरा नाम. इस साल बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई कि लोग घर से बेघर हो गए. आस थी, सरकार से सहायता मिलेगी. लेकिन बाढ़ में सब कुछ गंवा चुके रखवारी गांव के लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

madhubani
अपना दर्द सुनाते बाढ़ पीड़ित

भीषण बाढ़ में कमला बलान नदी का रौद्र रूप हर किसी ने देखा. जिले में 3 जगहों पर तटबंध टूटा. जिसकी चपेट में आस-पास के लोग आ गए. बांध टूटने के बाद जिले के रखवारी गांव के हजारों लोग इस दंश को झेल रहे हैं. इन लोगों के उपर जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है.

madhubani
गांव से पलायन करते लोग

दाने-दाने को मोहताज बाढ़ पीड़ित
कहने को अपना घर छोड़ कर ऊंचे स्थान पर रह रहे हैं. लेकिन दाने-दाने को मोहताज हैं. इस इलाके के लोगों को अभी भी राहत सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाई है. कुछ लोग गांव के अंदर ही फंसे हैं. इन्हें ना कोई देखने वाला है और ना ही राहत सामग्री पहुंचाने वाला. जान बचाकर बांध पर पहुंचे लोगों की हालत तो कुछ ठीक है. लेकिन, बस्ती के अंदर लोगों का हाल जानने अबतक कोई नहीं पहुंच पाया है.

madhubani
बांध पर भूखे-प्यासे लोग

चारों तरफ भयावह मंजर
गांव के अंदर चारों तरफ पानी ही पानी. मंजर ऐसा की दिल दहल जाए. भूखे-प्यासे लोग बांध पर सरकार से आस लगाए बैठे हैं. राहत सामग्री मिलेगी. भूख-प्यास मिटेगी. बाढ़ की विभीषिका झेल रहे एक ग्रामीण ने अपना दर्द शेयर करते हुए कहा, यहां अन्न और पानी के बगैर पूरा परिवार मर रहा है. जब बारिश होती है तो आफत आ जाती है. बारिश में सिर छुपाने के लिए प्लासटिक भी नहीं है. बांध पर रह रहे इन लोगों की शिकायत है कि सरकार के नुमाइंदे इधर देखने भी नहीं आए. आखिर हमलोग जायें तो कहां जाएं.

बाढ़ पीड़ितों की पुकार सुनिए सरकार

दर्जनों गांव हुए जल मग्न
गौरतलब है कि रखवारी बांध के टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं. अंधराठाढ़ी प्रखंड के बटोआ, हररी, डुमरा, जलसेन,भड़ुआर, कर्णपुर, चंदेश्वर समेत दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जहां के लोग हर तरह की कमी से जूझ रहे हैं. लोगों को दवा, पानी, भोजन कुछ भी नसीब नहीं हो रहा है.

मधुबनी: कमला बलान नदी. जिले के लोगों के लिए कहर का दूसरा नाम. इस साल बाढ़ ने ऐसी तबाही मचाई कि लोग घर से बेघर हो गए. आस थी, सरकार से सहायता मिलेगी. लेकिन बाढ़ में सब कुछ गंवा चुके रखवारी गांव के लोगों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.

madhubani
अपना दर्द सुनाते बाढ़ पीड़ित

भीषण बाढ़ में कमला बलान नदी का रौद्र रूप हर किसी ने देखा. जिले में 3 जगहों पर तटबंध टूटा. जिसकी चपेट में आस-पास के लोग आ गए. बांध टूटने के बाद जिले के रखवारी गांव के हजारों लोग इस दंश को झेल रहे हैं. इन लोगों के उपर जैसे मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा है.

madhubani
गांव से पलायन करते लोग

दाने-दाने को मोहताज बाढ़ पीड़ित
कहने को अपना घर छोड़ कर ऊंचे स्थान पर रह रहे हैं. लेकिन दाने-दाने को मोहताज हैं. इस इलाके के लोगों को अभी भी राहत सामग्री उपलब्ध नहीं हो पाई है. कुछ लोग गांव के अंदर ही फंसे हैं. इन्हें ना कोई देखने वाला है और ना ही राहत सामग्री पहुंचाने वाला. जान बचाकर बांध पर पहुंचे लोगों की हालत तो कुछ ठीक है. लेकिन, बस्ती के अंदर लोगों का हाल जानने अबतक कोई नहीं पहुंच पाया है.

madhubani
बांध पर भूखे-प्यासे लोग

चारों तरफ भयावह मंजर
गांव के अंदर चारों तरफ पानी ही पानी. मंजर ऐसा की दिल दहल जाए. भूखे-प्यासे लोग बांध पर सरकार से आस लगाए बैठे हैं. राहत सामग्री मिलेगी. भूख-प्यास मिटेगी. बाढ़ की विभीषिका झेल रहे एक ग्रामीण ने अपना दर्द शेयर करते हुए कहा, यहां अन्न और पानी के बगैर पूरा परिवार मर रहा है. जब बारिश होती है तो आफत आ जाती है. बारिश में सिर छुपाने के लिए प्लासटिक भी नहीं है. बांध पर रह रहे इन लोगों की शिकायत है कि सरकार के नुमाइंदे इधर देखने भी नहीं आए. आखिर हमलोग जायें तो कहां जाएं.

बाढ़ पीड़ितों की पुकार सुनिए सरकार

दर्जनों गांव हुए जल मग्न
गौरतलब है कि रखवारी बांध के टूटने से कई गांव जलमग्न हो गए हैं. अंधराठाढ़ी प्रखंड के बटोआ, हररी, डुमरा, जलसेन,भड़ुआर, कर्णपुर, चंदेश्वर समेत दर्जनों गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. जहां के लोग हर तरह की कमी से जूझ रहे हैं. लोगों को दवा, पानी, भोजन कुछ भी नसीब नहीं हो रहा है.

Intro:बाढ़ के पानी से त्रस्त है अंधराठाढ़ी प्रखंड के दर्जनों गांव नही पहुंचा है राहत


Body:मधुबनी
कमला बलान नदी का तटबंध जिले में 3 जगहों पर टूटा था जिसमें रखवारी गांव में टूटने से हजारों लोग ऊपर मुसीबत आपरी है। इस इलाका के लोगो को अभी भी राहत सामग्री को लेकर परेशान हैं इन्हें कोई देखने वाला नहीं है इन लोगों के पास अभी भी राहत सामग्री की सुविधा नहीं मिल पा रही है। कुछ लोग जो बांध पर आ गए उन्हें तो कुछ मिल भी जा रहा है लेकिन बस्ती के अंदर फंसे लोग को राहत सामग्री दवा, पानी ,भोजन नही दी जा रही है ।निचले इलाकों में लोग मरने पर आतुर हो चुके हैं। रखवारी बांध के टूटने से खासकर अंधराठाढ़ी प्रखंड के बटोआ, हररी, डुमरा, जलसेन ,भड़ुआर,कर्णपुर, चंदेश्वर दर्जनों गांव में बाढ़ का पानी घुसा हुआ है। इन दर्जनों गांव के ऊपर बाढ़ के पानी से लोग त्रस्त हैं।अभी तक बटाऊआ गांव में राहत सामग्री नही पहुची है।
बाइट बाढ़ पीड़ित
राज कुमार झा,मधुबनी


Conclusion:
Last Updated : Jul 18, 2019, 12:21 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.