मधुबनी: कोरोना संक्रमण जैसी महामारी को लेकर पूरी दुनिया में त्राहिमाम हो रहा है. मनुष्य के जीवन में यह वायरस एक यमराज बन कर आया है. जिसके कारण आम से लेकर खास सबके अंदर खौफ देखा जा रहा है. एक्सपर्ट का कहना है कि इसका संक्रमण मवेशियों में भी आ सकता है. इसके लिये पशुपालन विभाग अलर्ट है. लोगों में मवेशियों की देखभाल के लिए जागरुकता फैला रहे हैं. मवेशियों को स्वस्थ रखने के उपाय बता रहे हैं. ताकि कोरोना के संक्रमण को मवेशियों तक जाने से रोका जा सके.
पशुपालन अधिकारी सजग
मधुबनी जिला मुख्यालय में पशुपालन विभाग के अधिकारी अब खुद ही मवेशियों के बचाव के लिए तत्पर दिख रहे हैं. ये अधिकारी मवेशियों की देखभाल में लगे हैं. कोरोना जैसी महामारी इन पशुओं तक नहीं पहुंचे उसके लिए ये अधिकारी काफी सजग है. कोरोना के अटैक को रोकने की पूरी कोशिश कर रहे हैं. इसके लिए लोगों को भी जागरूक करने में लगे हैं. इस भीषण गर्मी में पशुओं को सुरक्षित रखने के लिये आम लोगों से बार-बार अपील कर रहे हैं. ताकि कोरोना जैसी महामारी इन बेजुवान तक नहीं पहुंचे.
'मवेशियों का रखें खास ख्याल'
एक तरफ दुनिया में कोरोना जैसी महामारी से पूरे विश्व को जूझना पर रहा है. वहीं, दिन-रात के तापक्रम में बदलाव की वजह से पशुपालक को भी जिला पशुपालन पदाधिकारी सजग करने में लगे हुये हैं. उनका कहना है कि ऐसे समय में मवेशियों को पशु जनित बीमारी हो सकती है. इसलिए गौशालाओं की साफ-सफाई पर भी खास ध्यान देने की जरूरत है. उनका कहना है कि अधिक धूप में पशुओं को बाहर न निकलें. संभव हो तो मवेशियों के लिए गौशाला में बिजली पंखे का उपयोग करें.
'बारिश से पहले कीड़े की दवा और टीका जरूरी'
गर्भवती पशुओं को लॉकडाउन रहते हुए समय पर चारे का इंतजाम करना जरूरी है. सही आहार उपलब्ध कराने से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. उनका कहना है कि बारिश का मौसम आने वाला है . इसलिए पशुचारा का भी भंडारण कर लें. बारिश का मौसम आने से पहले कीड़े की दवा और टीकाकरण भी बहुत ही जरूरी है. इन उपायों को अपना कर पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाई जा सकती है. इससे मवेशियों में कोरोना के संक्रमण की संभावना कम हो जाती है.