मधुबनी: 'बदलो बिहार, बनाओ बेहतर बिहार' यात्रा के दौरान सुपौल जाने के क्रम में पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा मधुबनी पहुंचे. इसी कड़ी में एनएच-57 कन्हौली के पास कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया. वहीं उनके पहुंचते ही बाढ़ विस्थापित परिवारों ने उन्हें राहत नहीं मिलने को लेकर घेर लिया.
बाढ़ से जूझ रहा है मिथिलांचल
इस दौरान यशवंत सिन्हा ने सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मिथिलांचल बाढ़ के विकट स्थिति से जूझ रहा है. पटना से दरभंगा आने में 6 घंटे का समय एनएच पर लगा है. लोग बाढ़ से बेहाल हैं. लोग एनएच-57 पर मवेशियों के साथ आसरा लिए हुए हैं. लेकिन सरकार निश्चिंत है. साथ ही उन्होंने कहा कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में 2 साल के भीतर हम एक व्यवस्था करने जा रहे है. बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में जमीन ढूंढ कर 10 लाख घर बनाएंगे. 40 से 50 लाख लोगों को दो कमरा का घर उपलब्ध करवाएंगे. जिससे बाद विस्थापितों को सहूलियत मिल सके.
'भगवान भरोसे ही चल रहा है बिहार'
यशवंत सिन्हा ने कहा कि 500 परिवार एकत्र हो कर रह सकते है. साथ ही उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार भगवान भरोसे ही चल रहा है. कोई देखने वाला नहीं है. बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत का काम सिर्फ कागज पर ही चलाया जा रहा है, जबकि लोग बाढ़ से त्रस्त हैं. सारी व्यवस्थाएं चौपट है. वहीं उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र प्रसाद यादव, पूर्व सांसद नागमणि सहित दर्जनों कार्यकर्ता थे. नए विकल्प के रूप में यशवंत सिन्हा 'बदलो बिहार, बनाओ बेहतर बिहार' तीसरे विकल्प के रूप में यात्रा पर निकले हैं. देखना है यह यात्रा आने वाले समय में कितना कारगर साबित हो पाता है.