मधुबनी: जिलाधिकारी अमित कुमार ने जिला स्तरीय सभी पदाधिकारियों के साथ जिला सभागार में बैठक की. जिसमें उन्होंने जल-नल समेत कई योजनाओं पर चर्चा की और अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया. उन्होंने कहा पिछले वर्ष कोरोना और विधान सभा चुनाव- 2020 में व्यवस्ता के कारण बैठक नहीं हो सकी. अब यह बैठक प्रत्येक सप्ताह समाहरणालय सभाकक्ष में होगी. यदि किसी कारण बैठक नहीं हुई तो अगले दिन बैठक अपने निर्धारित समय पर होगी.
जिलाधिकारी ने बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी लोगों को बैठक में जिन बिन्दुओं पर निर्देश दिया जाता है, उसका अनुपालन प्रतिवेदन अगली बैठक से एक दिन पूर्व जिला गोपनीय शाखा को निश्चित रूप से भेजें.
शाखा प्रभारी पदाधिकारी और प्रधान लिपिक को निर्देश
सभी शाखा के प्रभारी पदाधिकारी, प्रधान लिपिक को निर्देश दिया गया कि यदि किसी विषय की संचिका पूर्व से चल रही है, तो तत्संबधी मामले संबधित संचिका में ही उपस्थापित किए जाएं. यदि अलग से कोई नया मामला आता है तो प्रभारी पदाधिकारी स्वयं समीक्षा कर लें, उसके बाद ही नई संचिका खोली जाए. वरीय प्रभारी पदाधिकारी जैसे अपर समाहर्ता और उप विकास आयुक्त जो समाहरणालय के विभिन्न शाखा के वरीय प्रभार में हैं, वे शाखाओं का निरीक्षण कर निरीक्षण प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित करेंगे. जिला में याचिकाओं और एमजेसी की संख्या बहुत अधिक है. जहां-जहां याचिका लंबित हैं और एसओएफ नहीं है.
'शिक्षा विभाग से संबंधित मामलों का करें निष्पादन'
बैठक में उपस्थित प्रभारी जिला शिक्षा पदाधिकारी, मधुबनी और अन्य जिला कार्यक्रम पदाधिकारियों को निर्देश दिया गया कि शिक्षा विभाग से संबधित मामलों का त्वरित गति से निष्पादन करें. वहीं, बैठक में उपस्थित जिला कल्याण पदाधिकारी, मधुबनी को निदेश दिया गया कि अनुसूचित जाति अत्याचार से संबधित बहुत सारे मामले लंबित हैं. जिसे जल्द पूरा किया जाए.
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भूमि सीमांकन की अलग से होगी समीक्षा
इसके साथ ही जिन प्रखंडों में नया भवन तैयार है, उसे संबधित प्रखंड विकास पदाधिकारी को तुरंत हस्तगत करवाकर अनुपालन प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित करेंगे. समीक्षा के क्रम में उपस्थित कई प्रमंडलों के कार्यपालक अभियंताओं को बताया गया कि उनके विभाग से संबधित भूमि के सीमांकन से संबधित मामला लंबित है, जिसकी अलग से समीक्षा की जाएगी.
'राशि की कमी के कारण योजनाएं पूरी नहीं'
उप विकास आयुक्त, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, मधुबनी और सभी प्रखंडों के प्रभारी पदाधिकारी क्षेत्र भ्रमण के क्रम में हर घर नल का जल कार्यक्रम की समीक्षा तो जरूर करेंगे. साथ ही क्षेत्र भ्रमण के दौरान स्थल का भी निरीक्षण कर प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी को समर्पित करेंगे. वहीं, बैठक में उपस्थित जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने बताया कि योजनाओं के पूर्ण नहीं होने का कारण राशि की कमी है.