मधुबनी: एक तरफ नीतीश सरकार दलित, महादलित और भूमिहीनों को तीन डिसमिल जमीन देकर उनको बसाने का काम कर रही है. वहीं, दूसरी ओर सरकार के ही एक आला अधिकारी द्वारा दलित परिवार के घरों को उजाड़ने की खबर सामने आ रही है. दरअसल, सैकड़ों महादलित परिवार सरकारी जमीन पर पिछले कई वर्षों से घर बनाकर रह रहे हैं. लेकिन अब नहर प्रोजेक्ट विभाग के एक संवेदक ने जबरन यहां से दलितों को हटने का निर्देश दिया है.
मधुबनी के जयनगर प्रखंड अंतर्गत स्थित कमला बलान नदी पर सैकड़ों दलित परिवार बसे हुये हैं. जानकारी के मुताबिक ये सभी परिवार कई पीढ़ियों से इस जमीन पर रह रहे हैं. बता दें कि सरकारी आदेश के अनुसार एक ही जमीन पर तीन साल से बसे हुये परिवार को नहीं हटाना जाना चाहिये. यहां परिस्थिति अलग है, कुछ दबंग इन दलित परिवारों को यहां से हटने की धमकी दे रहे हैं.
जगह खाली करने का अल्टीमेटम जारी
देश कोरोना संक्रमण की संकट से जूझ रहा है. सरकार घरों में रहने के लिये लगातार सबको प्रेरित कर रही है. वहीं, दूसरी ओर जयनगर प्रखंड के बेलही पश्चिमी पंचायत के बेतोन्हा गांव के वार्ड नंबर 7 में सैकड़ों महादलित परिवारों को संकट की घड़ी में घर खाली करने का निर्देश जारी हो चुका है. नहर के बांध के ऊपर अपना घर बनाकर वर्षों से रह रहे दलित परिवारों को नहर प्रोजेक्ट के संवेदक ने जगह खाली करने का अल्टीमेटम जारी कर दिया है.