मधुबनी: जिले को ओडीएफ घोषित किया गया है. इसके बावजूद शहर में गंदगी का अंबार लगा हुआ है. दूसरी ओर लोग खुले में शौच करते नजर आ रहे हैं. जिससे शहर की स्थिति खराब हो गई है.
'अधिकारी के कान पर जूं तक नहीं रेंगते'
स्थानीय बताते हैं कि लगता है ओडीएफ सिर्फ कागज तक ही सीमित है. शहर में गंदगी को लेकर वे नगर परिषद के अधिकारी के साथ जिला पदाधिकारी को कई बार सूचित कर चुके हैं. लेकिन वे कान पर जूं तक नहीं रेंगते हैं. लोगों ने बताया कि गंदगी और खुले में शौच से वे त्रस्त हैं.
ओडीएफ घोषित जिला
सिटी मैनेजर ने कहा कि क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से जिले को ओडीएफ मुक्त घोषित किया गया है. जिसमें एक प्रमाण पत्र दिया गया है. लेकिन शहर में सफाई नदारद है. ऐसे में नगर परिषद को इस पर ध्यान देने की जरूरत है.