मधुबनी: बिहार सरकार स्वास्थ्य विभाग पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है लेकिन लोगों को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से समुचित सुविधाएं नहीं मिल रहीं. मामला जिले के ISO मान्यता प्राप्त अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर का है. इतने सालों के बाद भी यहां ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध नहीं है. दूर दराज से आये हुए गरीब मरीजों को काफी कठिनाई का सामना करना पड़ता है.
इस बारे में सिविल सर्जन किशोर चंद्र चौधरी ने बताया कि सारी व्यवस्थायें कर ली गई हैं. स्टोरेज कमरे की व्यवस्था भी कर ली गई है. इसके लिए तीन टेक्नीशियन की जरूरत है, जिसके बाद इस अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी.
मरीजों को होती है परेशानी
अस्पताल में इन सारी असुविधाओं की वजह से यहां आने वाले मरीजों को काफी कठिनाई होती है. गरीब मरीजों को ज्यादातार जरूरतें प्राइवेट अस्पतालों से पूरी करनी पड़ती हैं. अब देखने वाली बात ये है जिला स्वास्थ्य प्रशासन की तरफ से कब तक इस अस्पताल में ब्लड बैंक की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है और कब तक इस अस्पताल की हालत सुधरती है?