मधेपुराः बिहार के मधेपुरा में महिला नर्सिंग स्टाफ ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक पर अश्लील हरकत करने समेत कई गंभीर आरोप (Women nursing workers accused PHC incharge) लगाया है. इस बाबत सभी महिला नर्सिंग स्टाफ ने मधेपुरा सीएस को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है. यह मामला जिले के उदाकिशुनगंज पीएचसी का है. यहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक पर उनके ही दर्जनों एएनएम ने आरोप लगाया है.
ये भी पढ़ेंः Madhepura Crime: मधेपुरा में निजी लैब संचालक की हत्या, मौसेरे भाई ने मारी गोली
अश्लील हरकत और मानसिक रूप से परेशान करने का आरोपः सभी एएनएम ने मधेपुरा सिविल सर्जन को लिखित आवेदन देकर मानसिक रूप से परेशान करने, छुट्टी नहीं देने, अश्लील हरकत करने आदि का आरोप लगाया. सिविल सर्जन को दिए गए आवेदन में एएनएम ने आरोप लगाया गया है कि उदाकिशुनगंज के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा.रूपेश कुमार और स्वास्थ्य प्रबंधक संजीव कुमार वर्मा मानसिक और शारीरिक रूप से तंग करते हैं. इतना ही नहीं अकेला पाकर उसके शरीर से छेड़छाड़ व अजीब-अजीब अश्लील हरकत करते हैं.
महिला नर्सिंग स्टाफ के आवेदन पर सीएस ने दिया जांच का आश्वासनः आवेदन में यह भी कहा गया है कि दोनों की हरकत से काफी परेशान हैं और आत्महत्या करने के सिवा कोई दूसरा विकल्प अब नहीं बचता है. न्याय नहीं मिलने की स्थिति में किसी भी तरह की अनहोनी के लिए प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी और स्वास्थ्य प्रबंधक ही जिम्मेवार होंगे. इस बाबत सिविल सर्जन डॉ मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि इन गंभीर मामले को लेकर स्पेशल टीम गठित कर मामले की जांच कराई जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारी व कर्मी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. वहीं आरोपी चिकित्सक और स्वास्थ्य प्रबंधक कैमरे पर कुछ भी बोलना मुनासिब नहीं समझा.
"इन गंभीर मामले को लेकर स्पेशल टीम गठित कर मामले की जांच कराई जाएगी और जांच रिपोर्ट के आधार पर दोषी अधिकारी व कर्मी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी" - डाॅ मिथिलेश कुमार ठाकुर, सिविल सर्जन, मधेपुरा