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22 मजदूरों का जत्था हरियाणा से वापस आ रहा था बिहार, पुलिस ने भेजा क्वॉरेंटाइन सेंटर

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Published : May 4, 2020, 8:47 PM IST

मजदूर रतन मिस्त्री ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से वे हरियाणा में फंसे हुए थे. बंदी के कारण उनके खाने-पीने की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी. इसलिए वे अपने साथियों के साथ पिछले 27 अप्रैल को हरियाणा से वापस बिहार के लिए निकले थे.

हरियाणा से बिहार
हरियाणा से बिहार

नई दिल्ली/पटना: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. इसका सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर हुआ है. काम बंद होने के बाद मजदूरों के निवाले पर ग्रहण लग गया. ऐसी स्थिति में दिल्ली जैसे बड़े शहरों में रहने वाले मजदूर वापस बिहार की ओर लौटने लगे. इसी क्रम में दिल्ली से 22 बिहरी मजदूरों का जत्था साइकिल से वापस बिहार जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने उनके हिरासत में ले लिया.

'स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को सूचना'
बिहार वापस आ रहे ये मजदूर 27 अप्रैल को हरियाणा से बिहार के लिए साइकिल से निकले थे. जिसके 5 दिन बाद वह मुरादनगर के कन्नौजा गांव से होते हुए जा रहे थे. साइकिल पर मजदूरों की भीड़ को देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद मुरादनगर पुलिस ने सभी मजदूरों को अपने हिरासत में लेकर मुरादनगर में बने आश्रय स्थल में रहने की व्यवस्था कराई.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'बिहार जाना चाहते हैं वापस'
ईटीवी भारत से बात करते हुए मजदूर रतन मिस्त्री ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से वे हरियाणा में फंसे हुए थे. बंदी के कारण उनके खाने-पीने की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी. इसलिए वे अपने साथियों के साथ पिछले 27 अप्रैल को हरियाणा से वापस बिहार के लिए निकले थे. रास्ता भटकने के भय से वह लोगों से पूछकर वापस आ रहा था. कई पुलिसकर्मियों ने रास्ते में मदद भी की. लेकिन यहां पर ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने उनको आश्रय स्थल में भेज दिया है. वे यहां नहीं रहना चाहते हैं. उन्हें वापस बिहार जाना है.

'मजदूरों का हेल्थ चेकअप किया जा रहा'
इस मामले पर ईटीवी भारत ने जब मुरादनगर थाना अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मजदूरों का चेकअप किया जा चुका हैं. प्रशासन से उनको घर भेजने की व्यवस्था को लेकर बातचीत की जा रही है. फिलहाल सभी मजदूरों को मुरादनगर में बने आश्रय स्थल में रखा गया है. मजदूरों के लिए भोजन पानी की मुफ्त व्यवस्था की जा रही है.

नई दिल्ली/पटना: कोरोना वायरस के कारण पूरे देश में लॉकडाउन लागू है. इसका सबसे ज्यादा असर दिहाड़ी मजदूरों पर हुआ है. काम बंद होने के बाद मजदूरों के निवाले पर ग्रहण लग गया. ऐसी स्थिति में दिल्ली जैसे बड़े शहरों में रहने वाले मजदूर वापस बिहार की ओर लौटने लगे. इसी क्रम में दिल्ली से 22 बिहरी मजदूरों का जत्था साइकिल से वापस बिहार जा रहे थे. लेकिन रास्ते में ही पुलिस ने उनके हिरासत में ले लिया.

'स्थानीय लोगों ने दी पुलिस को सूचना'
बिहार वापस आ रहे ये मजदूर 27 अप्रैल को हरियाणा से बिहार के लिए साइकिल से निकले थे. जिसके 5 दिन बाद वह मुरादनगर के कन्नौजा गांव से होते हुए जा रहे थे. साइकिल पर मजदूरों की भीड़ को देखकर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद मुरादनगर पुलिस ने सभी मजदूरों को अपने हिरासत में लेकर मुरादनगर में बने आश्रय स्थल में रहने की व्यवस्था कराई.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

'बिहार जाना चाहते हैं वापस'
ईटीवी भारत से बात करते हुए मजदूर रतन मिस्त्री ने बताया कि लाॅकडाउन की वजह से वे हरियाणा में फंसे हुए थे. बंदी के कारण उनके खाने-पीने की व्यवस्था नहीं हो पा रही थी. इसलिए वे अपने साथियों के साथ पिछले 27 अप्रैल को हरियाणा से वापस बिहार के लिए निकले थे. रास्ता भटकने के भय से वह लोगों से पूछकर वापस आ रहा था. कई पुलिसकर्मियों ने रास्ते में मदद भी की. लेकिन यहां पर ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने उनको आश्रय स्थल में भेज दिया है. वे यहां नहीं रहना चाहते हैं. उन्हें वापस बिहार जाना है.

'मजदूरों का हेल्थ चेकअप किया जा रहा'
इस मामले पर ईटीवी भारत ने जब मुरादनगर थाना अध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह से फोन पर बातचीत की तो उन्होंने बताया कि मजदूरों का चेकअप किया जा चुका हैं. प्रशासन से उनको घर भेजने की व्यवस्था को लेकर बातचीत की जा रही है. फिलहाल सभी मजदूरों को मुरादनगर में बने आश्रय स्थल में रखा गया है. मजदूरों के लिए भोजन पानी की मुफ्त व्यवस्था की जा रही है.

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