मधेपुरा : पूरा विश्व इस वक्त कोरोना वायरस जैसे वैश्विक महामारी से जूझ रहा है. इसको देखते हुए भारत सरकार से लेकर राज्य सरकार की ओर से तमाम एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं. हालांकि गरीबों और दिहाड़ी मजदूरों के लिए सरकार ने कई बड़ी घोषणाएं की है. लेकिन अब सरकार के दावो पर ही सवाल खड़े हो रहें है.
सोशल डिस्टेंसिंग का रखा गया ख्याल
दरअसल, मधेपुरा जिले के सदर अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत तमोट परसा गांव में पैक्स अध्यक्ष ने मास्क और सैनिटाइजर का वितरण ग्रामीणों के बीच किया. इस वितरण कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा गया. हालांकि लॉक डाउन के निर्देश के बाद दिहाड़ी मजदूर और किसानों के लिए रोजी-रोटी एक बड़ी समस्या बनकर खड़ी हो गई है.
'फ्री में अनाज कैसे दें'
सरकार ने मुफ्त में अनाज देने के बड़े-बड़े दावे किए हैं. लेकिन ग्राम पंचायत स्तर पर अनाज का वितरण और भंडारण करने की जिम्मेदारी जिन लोगों पर है. अब वही सरकार की घोषणा पर सवाल खड़े करने लगे हैं. पैक्स अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने अब तक हमें अनाज मुहैया नहीं कराया है, तो हम आम लोगों को फ्री में अनाज कैसे दें.
सरकार की तरफ से मुहैया नहीं कराया गया है अनाज
इस पूरे मामले पर पैक्स अध्यक्ष गोपी किशन वीडियो ने कहा कि कुछ दिनों पहले ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सभी कार्ड धारियों को फ्री में अनाज देने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक वह वादा भी पूरा नहीं हो सका है. लॉकडाउन के निर्देश के दौरान सरकार की जो घोषणा हुई है, उसके अनुसार अप्रैल महीने से 5 किलो अनाज सभी कार्ड धारियों को मुहैया कराना है. लेकिन हमें अब तक सरकार की तरफ से अलग से अनाज मुहैया नहीं कराया गया है.