मधेपुराः बरसात के मौसम में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. वहीं, कटाव निरोधक कार्य के नाम खाना पूर्ति कर पैसे डकारने का मामला सामने आया है. मामला जिला मुख्यालय के मधेपुरा-सहरसा रोड स्थित भिरखी पुल के पास की है. जहां, मां अम्बे फर्नीचर के पीछे नदी से कटाव को रोकने के नाम पर आधे-अधूरे कार्य कर ठेकेदार राशि की निकासी कर फरार हो गया. वहीं, नदी में पानी का जलस्तर बढ़ते ही कटाव फिर से तेज हो गया है.
मधेपुरा अधिकारी और ठेकेदार के लिए चारागाह बनकर रह गया है. निर्माण कार्य के नाम पर धड़ल्ले से करोड़ों करोड़ की राशि की निकासी कर आधे अधूरे कार्य कर ठेकेदार डकार जाते हैं. मधेपुरा शहर के बगल से बहने बाली नदी से लगातार उपजाऊ जमीन का कटाव पिछले कई सालों से हो रहा था. यह कटाव एनएच 107 और आस-पास के व्यवसायिक प्रतिष्ठान की ओर तेजी से बढ़ने पर छह माह पूर्व अधिकारियों की नींद खुली और कटाव निरोधक कार्य करवाया गया. लेकिन अधिकारी की लापरवाही के कारण कटाव स्थल पर ठेकेदार नकली बोरी में मिट्टी भरकर जहां-तहां नदी के किनारे रखकर स्वीकृत राशि की निकासी कर फरार हो गया.
स्थानीय लोगों में आक्रोश
बरसात के कारण नदी के जलस्तर में वृद्धि होने से पूर्व की तरह कटाव तेज हो गया है. नदी का तेज बहाव उपजाऊ जमीन को काटते हुए एनएच और व्यवसायिक प्रतिष्ठान की ओर बढ़ रहा है. कटाव से भयभीत स्थानीय किसान और भूस्वामियों में आक्रोश है. स्थानीय लोगों का कहना है कि कटाव रोकने के नाम पर भारी भरकंप सरकारी कोष की राशि खर्च की गई. बावजूद इसके ठेकेदार आधे-अधूरे काम कर क्यों फरार हो गया. ऐसे में जमीन और एनएच को बचाने की चिंता सता रही है. वहीं, मधेपुरा डीडीसी विनोद प्रसाद सिंह ने कहा कि ईटीवी भारत के जरीए ही इसकी जानकारी मिली है. इस मामले में जांच कर दोषी ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी.
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