मधेपुरा: एक तरफ जहां स्वास्थ्य विभाग और जिला स्वास्थ प्रबंधन ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का दावा करती है. वहीं दूसरी तरफ जिले के अधिकतर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में एंटी रैबीज इंजेक्शन की उपलब्धता ना होने की वजह से मरीज काफी परेशान हो रहे हैं.
घंटों इंतजार कर रहे मरीज
बता दें प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में कुत्तों के काटने के बाद पड़ने वाला एंटी रैबीज इंजेक्शन नहीं मिलने के कारण लोगों को मजबूरन सदर अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है. दवाइयां उपलब्ध ना होने की वजह से मरीज काफी परेशान हैं. वहीं ग्रामीण इलाकों से सदर अस्पताल में आए लोगों को घंटों लाइन में लगकर इंतजार करना पड़ रहा है.
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समय पर डॉक्टर नहीं रहते मौजूद
जिले के बालम गढ़िया से आए पिंटू कुमार ने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में समय पर डॉक्टरों की मौजूदगी नहीं होती है. जिसकी वजह से इंजेक्शन लेने के लिए काफी दूर से मधेपुरा सदर अस्पताल आना पड़ रहा है.
वहीं जिले के मुरहो पीएचसी क्षेत्र से आए वीरेंद्र कुमार ने बताया कि जब हम अस्पताल गए तो वहां पर इंजेक्शन उपलब्ध ना होने की बात कहकर हमें लौटा दिया गया. हालांकि इस पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधन मौन है. वहीं मरीजों की बढ़ती संख्या की वजह से सदर अस्पताल में काम कर रहे कर्मचारियों को भी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.