मधेपुरा: जिले के बी.एन. मंडल स्टेडियम प्रांगण में अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति ने मोदी-नीतीश सरकार के खिलाफ कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया. सम्मेलन में सैकड़ों की संख्या में पहुंची महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार की नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
सरकारी नीतियों के खिलाफ जमकर निकाली भड़ास
दरअसल, बी.एन. मंडल स्टेडियम प्रांगण में एडवा कार्यकर्ताओें ने सम्मेलन आयोजित किया. जिसमें पूरे जिले भर के विभिन्न हिस्सों से पहुंची महिला कार्यकर्ताओं ने सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं और नीतियों के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली. बता दें एडवा सम्मेलन में संस्थान के राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के अधिकारियों ने शिरकत की. सम्मेलन में मुख्य रूप से महिला आरक्षण, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, उज्ज्वला योजना, मनरेगा और शराबबंदी से जुड़ी समस्याओं के ऊपर चर्चा हुई.
'अपराध में लगातार हो रही है बढ़ोतरी'
वहीं, कार्यक्रम को लेकर एडवा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी ने बताया की वर्तमान में केंद्र और राज्य सरकार की महिला विरोधी नीतियों के खिलाफ एडवा कार्यकर्ता सम्मेलन कर रही है. उन्होंने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की निर्भया फंड का 56 प्रतिशत धन प्रचार में खर्च होता है. वहीं, हकीकत में चिन्मयानंद जैसे बलात्कारी अस्पताल में ऐश कर रहे हैं और दुष्कर्म पीड़िता को जेल के अंदर बंद किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि 35% महिला आरक्षण विधेयक रद्दी की टोकरी में फेंका हुआ है. शौचालय योजना भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है. साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में दुष्कर्म की घटनाएं और अपराध में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. ऐसे माहौल में महिलाएं, दलित, अल्पसंख्यक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहें हैं.