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मधेपुरा: आचार्य गोपी पंडित कोरोना पीड़ित की लावारिश लाशों का खुद करते हैं दाह संस्कार - मधेपुरा के आचार्य गोपी पंडित

मधेपुरा में आचार्य गोपी पंडित कोरोना पीड़ित की लावारिश लाशों का खुद दाह संस्कार करते हैं. उनके इस कार्य की हर तरफ सराहना हो रही है.

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Published : May 15, 2021, 8:34 PM IST

मधेपुरा: सामाजिक कार्यकर्ता सह आचार्य गोपी पंडित को लोग अब इस कोरोना महामारी में लाश मैन के नाम से जानने लगे हैं. मधेपुरा जिला मुख्यालय के भिरखी पुल के पास स्थित भूत नाथ मंदिर के अध्यक्ष गोपी पंडित काफी चर्चा में इसलिए आ गये हैं क्योंकि मधेपुरा में जो भी कोरोना पीड़ित लोगों की लावारिश लाश मिलती है, उसे वो खुद से श्मशान घाट पर लाकर दाह संस्कार करते हैं.

ये भी पढ़ें- बांका: ग्रामीण इलाके में कोरोना वैक्सीन पर जागरूकता में कमी, झोलाछाप डॉक्टर के भरोसे गांव वाले

प्रत्येक दिन कोरोना मरीज की मौत
उनके इस नेक कार्य की जिले में हर तरफ सराहना हो रही है. बता दें कि प्रत्येक दिन तीन से चार कोरोना पीड़ित मरीज की मौत हो रही है. इसकी मुख्य वजह यह है कि यहां के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 500 बेड का कोविड अस्पताल बनाया गया है. जहां कोसी और पूर्णिया प्रमंडल के सातों जिले से कोरोना मरीज इलाज के लिए आते हैं. यही कारण है कि इलाज के दौरान प्रत्येक दिन कोरोना मरीज की मौत हो रही है.

कॉलेज के बाहर रखकर फरार
ऐसे में जो गरीब तबके के परिजन रहते हैं, वह लाश को चुप चाप या तो नदी के किनारे फेंक कर भाग जाते हैं या फिर मेडिकल कॉलेज के बाहर रखकर फरार हो जाते हैं. इस तरह की लावारिश लाश की आचार्य गोपी पंडित उठाकर आस पड़ोस के लोगों से सहयोग लेकर दाह संस्कार किया करते हैं.

इस बाबत आचार्य गोपी पंडित कहते हैं कि अब तक 6 लावारिश कोरोना पीड़ित लोगों के लाश का दाह संस्कार किया हूं. इसके अलावे कई ऐसे परिजन भी मिले जो, लाश के साथ अकेले थे. तो उन्हें भी दाह संस्कार करने में सहयोग किये हैं.

मधेपुरा: सामाजिक कार्यकर्ता सह आचार्य गोपी पंडित को लोग अब इस कोरोना महामारी में लाश मैन के नाम से जानने लगे हैं. मधेपुरा जिला मुख्यालय के भिरखी पुल के पास स्थित भूत नाथ मंदिर के अध्यक्ष गोपी पंडित काफी चर्चा में इसलिए आ गये हैं क्योंकि मधेपुरा में जो भी कोरोना पीड़ित लोगों की लावारिश लाश मिलती है, उसे वो खुद से श्मशान घाट पर लाकर दाह संस्कार करते हैं.

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प्रत्येक दिन कोरोना मरीज की मौत
उनके इस नेक कार्य की जिले में हर तरफ सराहना हो रही है. बता दें कि प्रत्येक दिन तीन से चार कोरोना पीड़ित मरीज की मौत हो रही है. इसकी मुख्य वजह यह है कि यहां के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में 500 बेड का कोविड अस्पताल बनाया गया है. जहां कोसी और पूर्णिया प्रमंडल के सातों जिले से कोरोना मरीज इलाज के लिए आते हैं. यही कारण है कि इलाज के दौरान प्रत्येक दिन कोरोना मरीज की मौत हो रही है.

कॉलेज के बाहर रखकर फरार
ऐसे में जो गरीब तबके के परिजन रहते हैं, वह लाश को चुप चाप या तो नदी के किनारे फेंक कर भाग जाते हैं या फिर मेडिकल कॉलेज के बाहर रखकर फरार हो जाते हैं. इस तरह की लावारिश लाश की आचार्य गोपी पंडित उठाकर आस पड़ोस के लोगों से सहयोग लेकर दाह संस्कार किया करते हैं.

इस बाबत आचार्य गोपी पंडित कहते हैं कि अब तक 6 लावारिश कोरोना पीड़ित लोगों के लाश का दाह संस्कार किया हूं. इसके अलावे कई ऐसे परिजन भी मिले जो, लाश के साथ अकेले थे. तो उन्हें भी दाह संस्कार करने में सहयोग किये हैं.

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