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मधेपुरा: 17वां स्ट्रीट वेंडर्स दिवस का आयोजन, संघ नेताओं ने की आसानी से ऋण उपलब्ध कराने की मांग

17वें स्ट्रीट वेंडर्स दिवस के अवसर पर संघ नेताओं ने सरकार से बैंक के माध्यम से आसानी से ऋण उपलब्ध कराए जाने की मांग की है. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के दौरान फुटपाथ विक्रेताओं को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा है.

फुटपाथ वेंडर समारोह
फुटपाथ वेंडर समारोह
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Published : Jan 27, 2021, 10:01 AM IST

मधेपुरा: जिले में 17वां वेंडर्स दिवस का आयोजन किया गया. संघ नेताओं ने प्रधानमंत्री से कोरोना काल में परेशान वेंडरों को समय से बैंक से ऋण उपलब्ध कराए जाने की मांग की है. जिससे कि उनकी रोजी-रोटी पहले जैसे चल सके.

स्ट्रीट वेंडर्स दिवस
इस समारोह में जिले के हजारों फुटपाथ विक्रेताओं ने भाग लिया. इस मौके पर संघ के नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान फुटपाथ विक्रेताओं की कमर टूट गई है. वे अपनी मूल पूंजी भी बैठकर खा गए. इतना ही नहीं महाजन से जो कर्ज लिए थे वह भी परिवार चलाने में खर्च कर दिए हैं. अब दुकान चलाने के लिए पूंजी भी नहीं बची है.

इसे भी पढ़ें: आंदोलन की आड़ में अपराध किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं: चिराग पासवान

10 हजार रुपये ऋण देने का प्रावधान
संघ के नेताओं का कहना था कि इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी फुटपाथ विक्रेताओं के दर्द को देखा और परखा. प्रधानमंत्री ने 10 हजार रुपये ऋण देने का प्रावधान भी किया लेकिन बैंक ऋण देने में आना-कानी करने लगा. फुटपाथ विक्रेताओं से तरह-तरह की कागजात मांग करके परेशान किया जा रहा है. जिसके कारण फुटपाथ विक्रेता दर-दर की ठोकरें खाते फिर रहे हैं.

आसानी से ऋण उपलब्ध कराने की मांग
संघ नेताओं ने सरकार और बैंक के अधिकारी से मांग कर रहे हैं कि ऋण देने में फुटपाथ विक्रेता को तंग और तबाह न किया जाए. इन्हें आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जाए. जिससे उनकी जीवन पटरी एक बार फिर से लौट सके.

मधेपुरा: जिले में 17वां वेंडर्स दिवस का आयोजन किया गया. संघ नेताओं ने प्रधानमंत्री से कोरोना काल में परेशान वेंडरों को समय से बैंक से ऋण उपलब्ध कराए जाने की मांग की है. जिससे कि उनकी रोजी-रोटी पहले जैसे चल सके.

स्ट्रीट वेंडर्स दिवस
इस समारोह में जिले के हजारों फुटपाथ विक्रेताओं ने भाग लिया. इस मौके पर संघ के नेताओं ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान फुटपाथ विक्रेताओं की कमर टूट गई है. वे अपनी मूल पूंजी भी बैठकर खा गए. इतना ही नहीं महाजन से जो कर्ज लिए थे वह भी परिवार चलाने में खर्च कर दिए हैं. अब दुकान चलाने के लिए पूंजी भी नहीं बची है.

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10 हजार रुपये ऋण देने का प्रावधान
संघ के नेताओं का कहना था कि इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी फुटपाथ विक्रेताओं के दर्द को देखा और परखा. प्रधानमंत्री ने 10 हजार रुपये ऋण देने का प्रावधान भी किया लेकिन बैंक ऋण देने में आना-कानी करने लगा. फुटपाथ विक्रेताओं से तरह-तरह की कागजात मांग करके परेशान किया जा रहा है. जिसके कारण फुटपाथ विक्रेता दर-दर की ठोकरें खाते फिर रहे हैं.

आसानी से ऋण उपलब्ध कराने की मांग
संघ नेताओं ने सरकार और बैंक के अधिकारी से मांग कर रहे हैं कि ऋण देने में फुटपाथ विक्रेता को तंग और तबाह न किया जाए. इन्हें आसानी से ऋण उपलब्ध कराया जाए. जिससे उनकी जीवन पटरी एक बार फिर से लौट सके.

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