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बिहार सरकार के कैलेंडर में राजकीय स्मारक लाली पहाड़ी को मिली जगह, 10 जिलों के ऐतिहासिक धरोहर भी शामिल

बिहार सरकार के कैलेंडर में राजकीय स्मारक लाली पहाड़ी को शामिल किया गया है. कैलेंडर में लखीसराय सहित राज्य के 10 जिलों के ऐतिहासिक धरोहरों को जगह मिली है.

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Published : Jan 5, 2021, 1:19 PM IST

बिहार सरकार ने जारी किया कैलेंडर
बिहार सरकार ने जारी किया कैलेंडर

लखीसराय: राज्य सरकार हर साल बिहार डायरी और कैलेंडर जारी करती है. इस बार भी नए साल के पहले दिन राज्य के सीएम नीतीश कुमार की ओर से राजधानी में 2021 का बिहार डायरी और कैलेंडर का लोकार्पण किया गया था. बिहार सरकार के जारी कैलेंडर में लखीसराय सहित राज्य के 10 जिलों के ऐतिहासिक धरोहरों को जगह मिली है. मंगलवार को जिला जनसंपर्क अधिकारी ने डीएम संजय कुमार सिंह को कार्यालय कक्ष में 2021 की बिहार सरकार की डायरी और कैलेंडर भेंट किया.

डीएम ने बिहार सरकार की ओर से जारी कैलेंडर का बारीकी से अवलोकन किया. उन्होंने बताया कि इस साल का कैलेंडर पुरातात्विक थीम पर आधारित है. जिसके आठवें पृष्ठ पर राजकीय स्मारक लाली पहाड़ी लखीसराय की तस्वीर अंकित है. डीएम ने काफी बारीकी से लाली पहाड़ी के उस पन्ने को देखा जिसमें खुदाई में मिले बौद्ध बिहार का चित्रण है.

बिहार डायरी और कैलेंडर जारी
बता दें कि बिहार सरकार की ओर से हर साल बिहार डायरी और कैलेंडर जारी किया जाता है. कैलेंडर में बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को समाहित किया जाता है. वहीं, इस बार का जारी कैलेंडर भी ऐतिहासिक और पुरातात्विक थीम पर आधारित है. जिसमें लखीसराय के ऐतिहासिक राजकीय स्मारक लाली पहाड़ी को भी जगह मिली है. लाली पहाड़ी के पुरातात्विक उत्खनन के दौरान यहां बौद्ध विहार की खोज की गई की है. गंगा घाटी में पहाड़ी पर स्थित यह पहला उत्खनित बौद्ध विहार है. जो लाली पहाड़ी के रुप में जाना जाता है. यह 8वीं और 13वीं सदी कालखंड को प्रमाणित करता है. साल 2017 में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर खुदाई का कार्य शुरु किया गया. इसके बाद दोबारा 2018 में भी मुख्यमंत्री ने लाली पहाड़ी पर आकर खुदाई कार्य का अवलोकन किया था.

वार्षिक कैलेंडर में शामिल स्थल
जानकारी के मुताबिक वार्षिक कैलेंडर में लखीसराय के लाली पहाड़ी के अलावे भागलपुर जिले के गुवारीडीह, बांका के भदरिया, राजगीर के साईक्लोपीयन वॉल, नालंदा के तेल्हाड़ा विश्वविद्यालय, रोहतास के रोहतास गढ़, शेरगढ़, मधुबनी के बलीरायगढ़, सारण के चिरांद, वैशाली के चेचर और विशालगढ़, बक्सर के चौसा के प्रसिद्ध ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थलों को चित्र के माध्यम से दर्शाया गया है.

लखीसराय: राज्य सरकार हर साल बिहार डायरी और कैलेंडर जारी करती है. इस बार भी नए साल के पहले दिन राज्य के सीएम नीतीश कुमार की ओर से राजधानी में 2021 का बिहार डायरी और कैलेंडर का लोकार्पण किया गया था. बिहार सरकार के जारी कैलेंडर में लखीसराय सहित राज्य के 10 जिलों के ऐतिहासिक धरोहरों को जगह मिली है. मंगलवार को जिला जनसंपर्क अधिकारी ने डीएम संजय कुमार सिंह को कार्यालय कक्ष में 2021 की बिहार सरकार की डायरी और कैलेंडर भेंट किया.

डीएम ने बिहार सरकार की ओर से जारी कैलेंडर का बारीकी से अवलोकन किया. उन्होंने बताया कि इस साल का कैलेंडर पुरातात्विक थीम पर आधारित है. जिसके आठवें पृष्ठ पर राजकीय स्मारक लाली पहाड़ी लखीसराय की तस्वीर अंकित है. डीएम ने काफी बारीकी से लाली पहाड़ी के उस पन्ने को देखा जिसमें खुदाई में मिले बौद्ध बिहार का चित्रण है.

बिहार डायरी और कैलेंडर जारी
बता दें कि बिहार सरकार की ओर से हर साल बिहार डायरी और कैलेंडर जारी किया जाता है. कैलेंडर में बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को समाहित किया जाता है. वहीं, इस बार का जारी कैलेंडर भी ऐतिहासिक और पुरातात्विक थीम पर आधारित है. जिसमें लखीसराय के ऐतिहासिक राजकीय स्मारक लाली पहाड़ी को भी जगह मिली है. लाली पहाड़ी के पुरातात्विक उत्खनन के दौरान यहां बौद्ध विहार की खोज की गई की है. गंगा घाटी में पहाड़ी पर स्थित यह पहला उत्खनित बौद्ध विहार है. जो लाली पहाड़ी के रुप में जाना जाता है. यह 8वीं और 13वीं सदी कालखंड को प्रमाणित करता है. साल 2017 में माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश पर खुदाई का कार्य शुरु किया गया. इसके बाद दोबारा 2018 में भी मुख्यमंत्री ने लाली पहाड़ी पर आकर खुदाई कार्य का अवलोकन किया था.

वार्षिक कैलेंडर में शामिल स्थल
जानकारी के मुताबिक वार्षिक कैलेंडर में लखीसराय के लाली पहाड़ी के अलावे भागलपुर जिले के गुवारीडीह, बांका के भदरिया, राजगीर के साईक्लोपीयन वॉल, नालंदा के तेल्हाड़ा विश्वविद्यालय, रोहतास के रोहतास गढ़, शेरगढ़, मधुबनी के बलीरायगढ़, सारण के चिरांद, वैशाली के चेचर और विशालगढ़, बक्सर के चौसा के प्रसिद्ध ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थलों को चित्र के माध्यम से दर्शाया गया है.

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