हैदराबाद: तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने गुरुवार को तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री के कई कलाकारों, फिल्ममेकर्स और डायरेक्टर्स के साथ बैठक की. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार सरकार उनके साथ खड़ी रहेगी लेकिन कानून और व्यवस्था पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि मुख्यमंत्री ने आज यहां बंजारा हिल्स स्थित तेलंगाना राज्य पुलिस कमांड और कंट्रोल सेंटर में टॉलीवुड एक्टर्स और फिल्म मेकर्स के साथ मीटिंग की.
सीएम ने दी टॉलीवुड इंडस्ट्री को ये हिदायत
यह बैठक तेलंगाना सरकार और टॉलीवुड इंडस्ट्री के बीच तनावपूर्ण संबंधों को शांत करने के लिए आयोजित की गई थी, जिसेक बाद लीड एक्टर अल्लू अर्जुन की गिरफ्तारी हुई थी जिन्हें हाल ही में उनकी नई फिल्म 'पुष्पा: द रूल' की स्क्रीनिंग के दौरान एक थिएटर में हुई भगदड़ के मामले में गिरफ्तार किया गया था. इस भगदड़ में 4 दिसंबर की रात एक महिला की मौत हो गई थी. टॉलीवुड की तरफ से इस बैठक का नेतृत्व फिल्म विकास निगम (एफडीसी) के अध्यक्ष दिल राजू ने किया. अन्य लोगों में एक्टर नागार्जुन, वरुण तेज, साई धर्म तेज, कल्याण राम, शिव बालाजी, अदावी शेष, नितिन और वेंकटेश शामिल थे.
సినీ పరిశ్రమకు చెందిన ప్రముఖులతో భేటీ కావడం జరిగింది.
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) December 26, 2024
సినీ పరిశ్రమ అభివృద్ధికి…
సమస్యల పరిష్కారానికి…
ప్రజా ప్రభుత్వ సహకారం ఉంటుందని
భరోసా ఇవ్వడం జరిగింది.
ఈ భేటీలో…డిప్యూటీ సీఎం శ్రీ మల్లు భట్టి విక్రమార్క, సినిమాటోగ్రఫీ శాఖ మంత్రి…శ్రీ కోమటిరెడ్డి వెంకట్… pic.twitter.com/K8pmJkpykX
टॉलीवुड इंडस्ट्री को सीएम का सपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक सीएम ने कहा कि मशहूर हस्तियों को अपने फैंस को नियंत्रित करना चाहिए, सरकार तेलुगु इंडस्ट्री के सपोर्ट में है लेकिन कानून और व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जाएगा. इंडस्ट्री को थोड़ा जिम्मेदार होना चाहिए. एक्स पर सीएम ने लिखा, 'फिल्म इंडस्ट्री के प्रमुख लोगों के साथ एक बैठक आयोजित की गई थी. सरकार को फिल्म इंडस्ट्री के विकास और इसकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया गया था. उपमुख्यमंत्री श्री मल्लू भट्टी विक्रमार्क, सिनेमेटोग्राफी मंत्री श्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी, एफडीसी के अध्यक्ष श्री दिल राजू और अन्य उच्च अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया'.
दरअसल सिनेमैटोग्राफी मंत्री कोमाटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने बयान दिया कि राज्य सरकार भविष्य में केवल कुछ कैटेगरी जैसे हिस्ट्री, स्वतंत्रता संग्राम या नशीली दवाओं के खिलाफ या कोई जरुरी मैसेज देने वाली फिल्मों के लिए टिकट की कीमत बढ़ाने पर विचार कर सकती है. मंत्री के बयान को अगर वास्तव में लागू किया जाता है, तो इसका राम चरण की 'गेम चेंजर', नंदमुरी बालकृष्ण की 'डाकू महाराज' और वेंकटेश की 'संक्रांतिकी वस्तुन्नम' जैसी उच्च बजट की फिल्मों पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ेगा, जो अगले साल संक्रांति के दौरान रिलीज होने वाली हैं.
राज्य सरकार का यह रुख संध्या थिएटर में दम घुटने से 35 वर्षीय महिला की मौत के बाद आया है, जहां 4 दिसंबर को 'पुष्पा 2' फिल्म दिखाई गई थी. लोकप्रिय निर्देशक एस शंकर द्वारा निर्देशित गेम चेंजर का निर्माण दिल राजू ने किया है. कथित तौर पर यह फिल्म करीब 400 करोड़ रुपये के बजट में बनी है. हालांकि तेलंगाना राज्य फिल्म चैंबर ऑफ कॉमर्स ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है कि वह राज्य में फिल्मों के लाभकारी शो की अनुमति नहीं देगी और साथ ही मामले-दर-मामला आधार पर टिकटों की कीमतों में वृद्धि की जाएगी, लेकिन यह कदम प्रोडक्शन हाउस को पसंद नहीं आ सकता है क्योंकि वे आमतौर पर फिल्म रिलीज के शुरुआती दिनों में प्रॉफिट कमाना चाहते हैं.
वहीं कुछ नेताओं ने अल्लू अर्जुन की घटना पर दी गई सफाई पर सवाल उठाया है जिसमें भगदड़ की घटना को पूरी तरह आकस्मिक बताया और सीएम रेड्डी द्वारा लगाए गए आरोपों को नकार दिया. अल्लू अर्जुन को 13 दिसंबर को महिला की मौत के मामले में शहर की पुलिस ने गिरफ्तार किया था. तेलंगाना उच्च न्यायालय ने उसी दिन उन्हें चार सप्ताह की अंतरिम जमानत दे दी और 14 दिसंबर की सुबह उन्हें यहां की जेल से रिहा कर दिया गया.