लखीसराय : जिले के समाहरणालय में समाजसेवी कमल किशोर सिंह के नेतृत्व में लोगों ने तालाबों पर हुए अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इनका आरोप है कि जिले में सैंकडों तलाब हैं, जिन्हें भू-माफियाओं ने अतिक्रमण कर बेच दिया है.
अब तक सोया है जिला प्रशासन
बिहार सरकार ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर पटना में हुए सर्वदलीय बैठक में अतिक्रमित तालाबों को मुक्त कराने और जल संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई थी. लेकिन यहां का जिला प्रशासन अब तक हाथ पर हाथ धरे बैठा है.
बचे हैं मात्र 27 तालाब
लखीसराय कभी पाल वंश के शासक महाराज इंद्र दमन की राजधानी हुआ करता था. शहर के लाली पहाड़ी पर उनका राजमहल था. उन्होंने यहां 52 तालाब और 53 कुओं का निर्माण कराया था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 52 तालाबों में मात्र 27 तालाब बच गए हैं, उन्हें भी भू-माफियाओं द्वारा अतिक्रमित किया जा रहा है.
जबकि पूरे जिले की बात की जाए तो लखीसराय में सैकड़ों तालाब थे. वहीं, अंचलाधिकारी के सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले भर में कुल 85 तालाब बचे हैं. जिसे भू-माफिया और असामाजिक तत्वों द्वारा अधिकृत कर अपने कब्जे में कर लिया गया है.