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लखीसराय में तालाबों पर भू-माफियाओं का कब्जा, बचाने के लिए लोगों का धरना-प्रदर्शन - lakhisaray

जदयू नेता और समाजसेवी कमल किशोर सिंह ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ समाहरणालय परिसर में धरना दिया और डीएम को ज्ञापन देकर तालाबों को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की.

धरना प्रदर्शन
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Published : Jul 23, 2019, 1:04 PM IST

Updated : Jul 23, 2019, 3:00 PM IST

लखीसराय : जिले के समाहरणालय में समाजसेवी कमल किशोर सिंह के नेतृत्व में लोगों ने तालाबों पर हुए अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इनका आरोप है कि जिले में सैंकडों तलाब हैं, जिन्हें भू-माफियाओं ने अतिक्रमण कर बेच दिया है.


अब तक सोया है जिला प्रशासन
बिहार सरकार ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर पटना में हुए सर्वदलीय बैठक में अतिक्रमित तालाबों को मुक्त कराने और जल संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई थी. लेकिन यहां का जिला प्रशासन अब तक हाथ पर हाथ धरे बैठा है.

धरना प्रदर्शन


बचे हैं मात्र 27 तालाब
लखीसराय कभी पाल वंश के शासक महाराज इंद्र दमन की राजधानी हुआ करता था. शहर के लाली पहाड़ी पर उनका राजमहल था. उन्होंने यहां 52 तालाब और 53 कुओं का निर्माण कराया था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 52 तालाबों में मात्र 27 तालाब बच गए हैं, उन्हें भी भू-माफियाओं द्वारा अतिक्रमित किया जा रहा है.

जबकि पूरे जिले की बात की जाए तो लखीसराय में सैकड़ों तालाब थे. वहीं, अंचलाधिकारी के सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले भर में कुल 85 तालाब बचे हैं. जिसे भू-माफिया और असामाजिक तत्वों द्वारा अधिकृत कर अपने कब्जे में कर लिया गया है.

लखीसराय : जिले के समाहरणालय में समाजसेवी कमल किशोर सिंह के नेतृत्व में लोगों ने तालाबों पर हुए अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया. इनका आरोप है कि जिले में सैंकडों तलाब हैं, जिन्हें भू-माफियाओं ने अतिक्रमण कर बेच दिया है.


अब तक सोया है जिला प्रशासन
बिहार सरकार ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण को लेकर पटना में हुए सर्वदलीय बैठक में अतिक्रमित तालाबों को मुक्त कराने और जल संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही गई थी. लेकिन यहां का जिला प्रशासन अब तक हाथ पर हाथ धरे बैठा है.

धरना प्रदर्शन


बचे हैं मात्र 27 तालाब
लखीसराय कभी पाल वंश के शासक महाराज इंद्र दमन की राजधानी हुआ करता था. शहर के लाली पहाड़ी पर उनका राजमहल था. उन्होंने यहां 52 तालाब और 53 कुओं का निर्माण कराया था. सरकारी आंकड़ों के अनुसार 52 तालाबों में मात्र 27 तालाब बच गए हैं, उन्हें भी भू-माफियाओं द्वारा अतिक्रमित किया जा रहा है.

जबकि पूरे जिले की बात की जाए तो लखीसराय में सैकड़ों तालाब थे. वहीं, अंचलाधिकारी के सरकारी आंकड़ों के अनुसार जिले भर में कुल 85 तालाब बचे हैं. जिसे भू-माफिया और असामाजिक तत्वों द्वारा अधिकृत कर अपने कब्जे में कर लिया गया है.

Intro:तालाबों पर अतिक्रमण के खिलाफ प्रदर्शन


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तालाबों पर अतिक्रमण के खिलाफ प्रदर्शन

anchor-- जिले के समाहरणालय पर समाजसेवी कमल किशोर सिंह के नेतृत्व में तालाबों पर हुए अतिक्रमण को लेकर जिला प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार लखीसराय जिले भर में सेकडो तलाब है। भू माफियाओं के द्वारा अतिक्रमण कर बेच दिया गया है। बिहार सरकार द्वारा जलवायु परिवर्तन वह पर्यावरण संरक्षण को लेकर पटना में सर्वदलीय बैठक कर सभी जिला प्रशासन को अतिक्रमित तलाब को मुक्त करा कर जल संरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही थी लेकिन आज तक लखीसराय जिला प्रशासन हाथ पर हाथ रखकर सोई हुई है।
लखीसराय कभी पाल वंश के शासक महाराजा इंद्र दमन का राजधानी हुआ करता था। शहर के लाली पहाड़ी पर उनका राजमहल था। उन्होंने लखीसराय शहर में 52 तालाब और 53 कुआं खुदवाए थे। जो सरकारी आंकड़ों के अनुसार 52 तालाबों में मात्र 27 तालाब बच गए हैं जिसे भी धीरे धीरे भू माफियाओं के द्वारा अतिक्रमण किया जा रहा है।

जबकि पूरे जिले की बात की जाए तो लखीसराय जिले घर में सैकड़ों तालाब थे वहीं अंचलाधिकारी के सरकारी आंकड़ों के अनुसार लखीसराय जिले भर में कुल 85 तालाब बचे हैं। जिसे भूमाफिया असामाजिक तत्वों द्वारा अधिकृत कर अपने कब्जे में कर लिया गया है।

V,O 1--इस संदर्भ में जदयू नेता समाजसेवी कमल किशोर सिंह ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ लखीसराय समाहरणालय परिसर में धरना प्रदर्शन के माध्यम से डीएम को ज्ञापन देकर तालाबों पर हुए अतिक्रमण को मुक्त कराने की मांग किया है उन्होंने कहा कि जल संकट की समस्या से निजात पाने के लिए पर्यावरण की शुद्धि करण करने के लिए जिला प्रशासन को हर हाल में तालाबों पर हुए अतिक्रमण मुक्त कराना पड़ेगा। अगर अतिकर्मीत तालाबों पर से अतिक्रमण मुक्त नहीं कराया गया तो सामूहिक रूप से सेकडो लोगों के साथ आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे ।

byte-kamalkishor singh-- जदयू नेता सह समाजसेवी


Conclusion:लखीसराय जिले के जिला समाहरणालय स्थित धरना स्थल पर जदयू नेता सह समाजसेवी कमल किशोर सिंह के नेतृत्व में जलवायु परिवर्तन व पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से जिले भर में हजारों तालाबों पर अतिक्रमण किए जाने के खिलाफ धरना प्रदर्शन करते हुए अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग को लेकर उपवास पर बैठ गए हैं ।

अब देखना यह है कि जिला प्रशासन इन समाजसेवियों वह अन्य लोगों के द्वारा दिए गए ज्ञापन पर संज्ञान लेती है या नहीं
Last Updated : Jul 23, 2019, 3:00 PM IST
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