लखीसराय: जिले के नया बाजार स्थित हनुमान नगर में 13वीं साउथ एशियन गेम्स 2019 में ताइक्वांडो में रजत पदक जीतने वाले रंजीत कुमार सोमवार को अपने घर पहुंचे. जहां पर लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया. लोगों ने फूल का माला पहनाकर उन्हें मिठाइयां खिलाई और बधाइयां दी.
'कोचेस को जाता है जीत का श्रेय'
रजत पदक विजेता रंजीत कुमार ने बताया कि उनकी जीत का श्रेय उनके प्रारंभिक कोच स्वर्गीय अमित कुमार, कोच सनी शर्मा, बिहार ताइक्वांडो संघ के पूर्व सचिव अजय कुमार सहित बिहार के तमाम सीनियर कोच को जाता है. साथ ही वे भारत के लिए ओलंपिक में पदक जीतने की तमन्ना रखते हैं. वहीं, उनकी मां पूनम देवी ने कहा कि खेल में उनका बेटा देश के साथ-साथ बिहार और जिले का नाम रौशन करे, वे यही चाहती हैं.
2004 में की ताइक्वांडो की शुरुआत
नेपाल में चल रहे 10 दिवसीय 13वीं साउथ एशियन गेम्स 2019 में रंजीत कुमार ने ताइक्वांडो प्रतियोगिता में कुल 7 देशों के बीच शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक जीता है. जबकि स्वर्ण पदक श्रीलंका और कांस्य पदक नेपाल और पाकिस्तान के नाम रहा. इससे पहले रंजीत ने विश्व ताइक्वांडो चैंपियनशिप 2018 जो कि चीन में आयोजित हुई थी, उसमें भारत का प्रतिनिधित्व किया था. रंजीत कुमार ने 2004 से अपने कोच स्वर्गीय अमित कुमार की देखरेख में ताइक्वांडो की शुरुआत की थी.
बिहार को दिला चुके हैं कई पदक
बता दें कि रंजीत वर्तमान में भारतीय सेना में कार्यरत हैं. साथ ही सर्विसेज टीम के सूबेदार मेजर राकेश सिंह की देखरेख में ताइक्वांडो की ट्रेनिंग ले रहे हैं. वे सर्विसेज टीम की ओर से खेलते हुए भारतीय ताइक्वांडो टीम में चयनित हुए थे. अपने राज्य से खेलते हुए उन्होंने बिहार को नेशनल चैंपियनशिप में कई पदक दिलाया है.