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चीनी वायरस HMPV को लेकर बिहार में अलर्ट, जानिए क्या हैं इसके लक्षण और बचाव? - CHINESE VIRUS HMPV

चीन में फैले HMPV वायरस को लेकर भारत में अलर्ट जारी किया गया है. IGIMS पटना के डॉक्टर ने इससे बचाव के उपाय बताए हैं-

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HMPV का बिहार में अलर्ट (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 7, 2025, 4:52 PM IST

पटना : इन दिनों चीन में HMPV (ह्यूमन मेटापेनेमोनिवायरस) वायरस का प्रकोप बढ़ रहा है. भारत में भी इसके कुछ मामले सामने आए हैं. इस स्थिति को देखते हुए, भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को अलर्ट रहने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. केंद्र की इस एडवाइजरी के बाद, बिहार में राज्य स्वास्थ्य समिति ने सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों को कोरोना जैसी तैयारी करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, बीमार, बच्चों और बुजुर्गों को विशेष एहतियात बरतने की अपील की गई है.

HMPV वायरस और इसके लक्षण : HMPV वायरस स्वसन तंत्र से संबंधित एक वायरस है, जिसे पहली बार 2001 में नीदरलैंड में पहचाना गया था. वर्तमान में, यह वायरस चीन में तेजी से फैल रहा है. चीन के कुछ प्रदेशों में इसके मामलों में वृद्धि देखी गई है, हालांकि इसे सीजनल इन्फ्लूएंजा माना जा रहा है. इस वायरस के लक्षण कोरोना वायरस से मिलते-जुलते होते हैं, जैसे खांसी, सर्दी, बुखार, गले में खराश, और सांस लेने में कठिनाई है. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने, या संक्रमित वस्तुओं के संपर्क में आने से फैल सकता है.

बिहार में चीनी वायरस को लेकर अलर्ट (ETV Bharat)

कोरोना जैसी तैयारी और सुरक्षात्मक उपाय : स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने कहा है कि ''HMPV वायरस से बचाव के उपाय वही हैं, जो कोरोना के दौरान अपनाए गए थे. इसे आरटी-पीसीआर जांच से पहचाना जा सकता है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों को Influenza Like Illness (ILI) और Severe Acute Respiratory Illness (SARI) का निगरानी रखने और प्रतिदिन रिपोर्ट करने की निर्देशित किया गया है. इसके साथ ही, कोविड-19 से संबंधित ड्रग्स, किट्स, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, और मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.''

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कोरोना काल जैसी सावधानी की जरूरत (ETV Bharat)

संदिग्ध सैंपल की जांच और उपचार : स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों को HMPV के संदिग्ध मामलों के सैंपल NIV पुणे भेजने के निर्देश दिए गए हैं ताकि इसका लैब कंफर्मेशन हो सके. अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर को सक्रिय करने और कर्मचारियों को HMPV से बचाव के बारे में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है.

HMPV वायरस के बारे में चिंता नहीं : पटना जिला सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और यह इन्फ्लूएंजा टाइप का एक सामान्य वायरस है. बिहार में इस वायरस का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है. हालांकि, बच्चों में इसके मामले अधिक देखे जा रहे हैं, लेकिन सामान्य फ्लू उपचार से वे ठीक हो जा रहे हैं.

चीनी वायरस से रहें सावधान
चीनी वायरस से रहें सावधान (ETV Bharat)

HMPV के लक्षण और उपचार : आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि HMPV एक सामान्य इन्फ्लूएंजा वायरस है और इसमें एंटीबॉडी कमजोर होने पर व्यक्ति इस बीमारी के चपेट में आ सकता है. इस बीमारी का इलाज आईसीयू में नहीं करना पड़ता और इसे सामान्य फ्लू ट्रीटमेंट से ठीक किया जा सकता है. इस बीमारी में 15 से 20 दिनों तक खांसी परेशान कर सकती है.

''HMPV वायरस में सूखी खांसी होती है, जो थ्रोट तक सीमित रहती है और लंग्स तक नहीं जाती. इसमें एंटीबायोटिक का असर नहीं होता, लेकिन एंटी एलर्जी दवाइयां प्रभावी रहती हैं. सामान्य जनता को अपनी इम्यूनिटी पर ध्यान देने और अधिक लोगों के समूह में एक साथ न बैठने की सलाह दी गई है. यदि किसी को फ्लू का लक्षण हो, तो उसे मास्क पहनना और खुद को आइसोलेट करना चाहिए.''- डॉ मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS

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HMPV वायरस और इसके लक्षण : HMPV वायरस स्वसन तंत्र से संबंधित एक वायरस है, जिसे पहली बार 2001 में नीदरलैंड में पहचाना गया था. वर्तमान में, यह वायरस चीन में तेजी से फैल रहा है. चीन के कुछ प्रदेशों में इसके मामलों में वृद्धि देखी गई है, हालांकि इसे सीजनल इन्फ्लूएंजा माना जा रहा है. इस वायरस के लक्षण कोरोना वायरस से मिलते-जुलते होते हैं, जैसे खांसी, सर्दी, बुखार, गले में खराश, और सांस लेने में कठिनाई है. यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में खांसने, छींकने, या संक्रमित वस्तुओं के संपर्क में आने से फैल सकता है.

बिहार में चीनी वायरस को लेकर अलर्ट (ETV Bharat)

कोरोना जैसी तैयारी और सुरक्षात्मक उपाय : स्वास्थ्य विभाग के सचिव संजय कुमार सिंह ने कहा है कि ''HMPV वायरस से बचाव के उपाय वही हैं, जो कोरोना के दौरान अपनाए गए थे. इसे आरटी-पीसीआर जांच से पहचाना जा सकता है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों को Influenza Like Illness (ILI) और Severe Acute Respiratory Illness (SARI) का निगरानी रखने और प्रतिदिन रिपोर्ट करने की निर्देशित किया गया है. इसके साथ ही, कोविड-19 से संबंधित ड्रग्स, किट्स, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन, और मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी.''

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कोरोना काल जैसी सावधानी की जरूरत (ETV Bharat)

संदिग्ध सैंपल की जांच और उपचार : स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य संस्थानों को HMPV के संदिग्ध मामलों के सैंपल NIV पुणे भेजने के निर्देश दिए गए हैं ताकि इसका लैब कंफर्मेशन हो सके. अस्पतालों में फ्लू कॉर्नर को सक्रिय करने और कर्मचारियों को HMPV से बचाव के बारे में प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है.

HMPV वायरस के बारे में चिंता नहीं : पटना जिला सिविल सर्जन डॉ. अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि HMPV कोई नया वायरस नहीं है और यह इन्फ्लूएंजा टाइप का एक सामान्य वायरस है. बिहार में इस वायरस का कोई मामला अभी तक सामने नहीं आया है, इसलिए चिंता की कोई बात नहीं है. हालांकि, बच्चों में इसके मामले अधिक देखे जा रहे हैं, लेकिन सामान्य फ्लू उपचार से वे ठीक हो जा रहे हैं.

चीनी वायरस से रहें सावधान
चीनी वायरस से रहें सावधान (ETV Bharat)

HMPV के लक्षण और उपचार : आईजीआईएमएस के अधीक्षक डॉ. मनीष मंडल ने कहा कि HMPV एक सामान्य इन्फ्लूएंजा वायरस है और इसमें एंटीबॉडी कमजोर होने पर व्यक्ति इस बीमारी के चपेट में आ सकता है. इस बीमारी का इलाज आईसीयू में नहीं करना पड़ता और इसे सामान्य फ्लू ट्रीटमेंट से ठीक किया जा सकता है. इस बीमारी में 15 से 20 दिनों तक खांसी परेशान कर सकती है.

''HMPV वायरस में सूखी खांसी होती है, जो थ्रोट तक सीमित रहती है और लंग्स तक नहीं जाती. इसमें एंटीबायोटिक का असर नहीं होता, लेकिन एंटी एलर्जी दवाइयां प्रभावी रहती हैं. सामान्य जनता को अपनी इम्यूनिटी पर ध्यान देने और अधिक लोगों के समूह में एक साथ न बैठने की सलाह दी गई है. यदि किसी को फ्लू का लक्षण हो, तो उसे मास्क पहनना और खुद को आइसोलेट करना चाहिए.''- डॉ मनीष मंडल, अधीक्षक, IGIMS

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