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किशनगंज: जिला परिषद के नवनिर्वाचित चेयरमैन पर लगे गंभीर आरोप, डीएम को की गई शिकायत

नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा को लेकर पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन ने गंभीर आरोप लगाया है. पूर्व चेयरमैन के पति ने बताया कि फरहत फातमा ने 2016 में चुनाव में नामांकन करवाया था. जिसमें उन्होंने अपनी उम्र गलत बतायी है.

किशनगंज की नवनिर्वाचित चेयरमैन पर लगे आरोप
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Published : Sep 18, 2019, 10:56 AM IST

किशनगंज: जिला परिषद चुनाव में नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा पर पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि फरहत फतिमा ने 2016 में जिला परिषद के चुनाव नामाकंन में अपनी उम्र को छुपाया था. इस मामले को लेकर डीएम को सबूत पेश किये गये हैं. वहीं कोर्ट में भी केस दायर किया गया है.

नवनिर्वाचित चेयरमैन पर लगे आरोप

चेयरमैन पर चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप
दरअसल, जिले में सोमवार को नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा को लेकर पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन ने गंभीर आरोप लगाया है. पूर्व चेयरमैन के पति ने बताया कि फरहत फातमा ने 2016 में चुनाव में नामांकन करवाया था. लेकिन तब उनकी उम्र केवल 20 वर्ष कुछ महीने ही थी. जबकि चुनाव लड़ने के लिए 21 वर्ष अनिवार्य होता है. उन्होंने कहा कि हमने डीएम को इसकी शिकायत की है. इसकी एक प्रतिलिपि मुख्य निर्वाचन आयोग बिहार पटना को भी दिया है. वहीं इसको लेकर पूर्व वाइस चेयरमैन का कहना है कि हमने इसको लेकर आरटीआई से जानकारी प्राप्त की है और उम्र छुपाने की बात सत्य है. परिषद के सभी लोगों ने कोर्ट में भी शिकायत की है. हमें विश्वास है कि सुनवाई जल्द ही होगी.

Kishanganj District Council
किशनगंज जिला परिषद

'आरोप हैं बेबुनियाद'
नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा के पति मोहम्मद सरवर आलम ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष रुकैया बेगम और उपाध्यक्ष कमरुल हुदा अपने हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. वे लोग हार के बौखलाहट में इस तरह के बेबुनियाद आरोप हम लोगों पर लगा रहे हैं. हमारी पत्नी का उम्र 2016 के पंचायती चुनाव में 21 साल पूरा हो चुका था. इसको लेकर हमारे पास सारे सबूत मौजूद हैं.

किशनगंज: जिला परिषद चुनाव में नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा पर पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन ने धोखाधड़ी का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि फरहत फतिमा ने 2016 में जिला परिषद के चुनाव नामाकंन में अपनी उम्र को छुपाया था. इस मामले को लेकर डीएम को सबूत पेश किये गये हैं. वहीं कोर्ट में भी केस दायर किया गया है.

नवनिर्वाचित चेयरमैन पर लगे आरोप

चेयरमैन पर चुनाव में धोखाधड़ी का आरोप
दरअसल, जिले में सोमवार को नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा को लेकर पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन ने गंभीर आरोप लगाया है. पूर्व चेयरमैन के पति ने बताया कि फरहत फातमा ने 2016 में चुनाव में नामांकन करवाया था. लेकिन तब उनकी उम्र केवल 20 वर्ष कुछ महीने ही थी. जबकि चुनाव लड़ने के लिए 21 वर्ष अनिवार्य होता है. उन्होंने कहा कि हमने डीएम को इसकी शिकायत की है. इसकी एक प्रतिलिपि मुख्य निर्वाचन आयोग बिहार पटना को भी दिया है. वहीं इसको लेकर पूर्व वाइस चेयरमैन का कहना है कि हमने इसको लेकर आरटीआई से जानकारी प्राप्त की है और उम्र छुपाने की बात सत्य है. परिषद के सभी लोगों ने कोर्ट में भी शिकायत की है. हमें विश्वास है कि सुनवाई जल्द ही होगी.

Kishanganj District Council
किशनगंज जिला परिषद

'आरोप हैं बेबुनियाद'
नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा के पति मोहम्मद सरवर आलम ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष रुकैया बेगम और उपाध्यक्ष कमरुल हुदा अपने हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. वे लोग हार के बौखलाहट में इस तरह के बेबुनियाद आरोप हम लोगों पर लगा रहे हैं. हमारी पत्नी का उम्र 2016 के पंचायती चुनाव में 21 साल पूरा हो चुका था. इसको लेकर हमारे पास सारे सबूत मौजूद हैं.

Intro:जिला परिषद के नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा पर पूर्व जिला परिषद के चेयरमैन और वाइस चेयरमैन ने आरोप लगाया है 2016 में जिला परिषद के चुनाव में तत्थों छुपाकर चुनाव में नामांकन किया था। पूर्व चेयरमैन रुकैया बेगम के पति फैयाज आलम ने बताया कि वर्ष 2016 के पंचायत चुनाव में नवनिर्वाचित चेयरमैन का उम्र 21 साल नहीं हुआ था। उन्होंने तत्थों को छुपाकर अपना नामांकन किया था।जो आरटीआई के माध्यम से पता चला है। की उस समय नवनिर्वाचित चेयरमैन का उमर 20 साल 9 महीना 25 दिन था। लेकिन चुनाव लड़ने के लिए 21 साल होना अनिवार्य है। बताया कि सूचना के अधिकार के तहत यह बात सामने आया है। आज हम लोगों ने इस मसले को लेकर किशनगंज डीएम हिमांशु शर्मा से मिले और उन्हें आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की साथ ही इसकी प्रतिलिपि मुख्य निर्वाचन आयोग बिहार पटना को भी भेजा गया है। हम लोगों ने मांग किया है इसकी सदस्यता को जांच कर रद्द किया जाये साथ ही उचित कार्रवाई करें।

बाइटः फैयाज आलम, पूर्व जिप चैयरमैन पति
बाइटः कमरुल हुदा, पूर्व वाइस चेयरमैन
बाइटःमो सरवर आलम, नवनिर्वाचित चैयरमैन के पति


Body:पूर्व चेयरमैन के पति ने बताया कि आरटीआई के माध्यम से शिक्षा विभाग द्वारा बताया गया है कि मध्य विद्यालय खगरा किशनगंज में नवनिर्वाचित चेयरमैन का जन्मतिथि 6 जून 1995 अंकित है और नामांकन क्रमांक 157 दिनांक 19 फरवरी 2004 को वर्ग 4 है जबकि टीसी निर्गत तिथि 2 अप्रैल 2009 है। उक्त जानकारी मध्य विद्यालय खगड़ा के प्रधानाध्यापक के द्वारा पत्रांक संख्या 47 दिनांक 9 सितंबर 2019 को दिया है। वहीं मतदान सूची मैं भी 2016 को चेयरमैन का उमर 20 वर्ष बताया गया है। स्कूल से मिली जन्म तारीख के अनुसार 31 मार्च 2016 को चेयरमैन का उम्र स्कूल के कागजात के अनुसार 20 साल 9 महीना 25 दिन हो रहा है जबकि पंचायत चुनाव लड़ने के लिए उम्र 21 साल होना आवश्यक है।जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष कमरुल होदा ने बताया की हम लोगों ने इस मसले को लेकर पटना उच्च न्यायालय में वाद दायर किया है। वाद संख्या CWJC नंबर 27492/ केश नंबर 10944/19 है जो पटना उच्च न्यायालय में हम पूर्व अध्यक्ष और पूर्व उपाध्यक्ष की तरफ से वाद दायर किया गया है। जो सुनवाई के अधीन है हम लोगों को पूरी अमी उम्मीद है न्यायालय से हम लोगों को न्याय मिलेगा माननीय उच्च न्यायालय में पूरा भरोसा है। वही आज जिला परिषद के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष चुनाव में हमलोग ने 8 जिला परिषद सदस्यों ने भाग नहीं लिया।गलत तरीके से षडयंत्र कर अविश्वास प्रस्ताव लाकर यह चुनाव करवाया गया है हम लोगों को न्यायालय पर भरोसा है हम लोगों को उचित न्याय मिलेगा।


Conclusion:वहीं नवनिर्वाचित चेयरमैन फरहत फातमा के पति मोहम्मद सरवर आलम ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष रुकैया बेगम और उपाध्यक्ष कमरुल हुदा अपने हार को स्वीकार नहीं कर पा रहा है हार से बौखलाहट होकर इस तरह का बेबुनियाद आरोप हम लोगों पर लगा रहे हैं। हमारी पत्नी का उम्र 2016 के पंचायती चुनाव में 21 साल पूरा हो चुका था। हमारी पत्नी फरहत फातमा ने 2016 के जिला परिषद चुनाव में कोचाधामन क्षेत्र संख्या 10 से तत्कालीन राजद के जिलाध्यक्ष मरहूम इंतखाब आलम बबलू को पराजित कर विजय हुयी थी। आखिर ढाई साल तक किसी ने आरोप नहीं लगाया और हमारे पत्नी ने जिस मरहूम इंतेखाब आलम को हराया था यदि इस तरह का बात रहता तो वह खूद आरोप लगाता कारन मरहूम इंतेखाब आलम एक अच्छे नेता और लोगों के बीच अच्छा पकड़ था।लेकिन कोई आरोप नहीं लगा आज जब हमलोगों ने हड़ा दिया तब बोखलाहट मे इस तरह का बयान दे रहा है। सभी आरोप बेबुनियाद है। डीएम साहब हमसे यदि उम्र को लेकर कोई साक्ष्य मांगा जायेगा तो हमलोग साक्ष्य प्रस्तुत करंगे। स्कूल मे गलत जन्मतिथि अंकित है। जन्म प्रमाण पत्र में 2016 के 31 मार्च को हमारे पत्नी का उम्र21 साल हो चूका था।
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