किशनगंज: बिहार में कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों को तरह-तरह की बीमारियां शिकार बना रही है. वहीं, किशनगंज में कुपोषित और अतिकुपोषित बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल परिसर में बने 20 बेडों वाला पोषण पुर्नवास केंद्र (एन आर सी) इन दिनो बंद पड़ा है. कई दिनों से बंद इस केंद्र का कोई सुध लेने वाला नहीं है.
6 माह के लिए बढ़ा निजी एजेंसी का एग्रीमेंट
गौरतलब है कि इस केंद्र को पूर्व में निजी एजेंसी संचालित कर रही थी. लेकिन बीते मार्च में एग्रीमेंट खत्म हो चुका था. जिसे जिलाधिकारी ने 6 माह के लिए बढ़ा दिया. लेकिन फिर भी 10 मई से पोषण पुनर्वास केंद्र बंद है. वहीं, राज्य सरकार के तरफ से अब तक इस संबंध में किसी प्रकार का निर्देश जारी नहीं किया गया है कि पोषण पुनवार्स केंद्र जिला स्वास्थ समिति को चलाना है या निजी एजेंसी के द्वारा संचालित किया जाना है.
कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह सरकार
कुपोषण के खिलाफ ऐसे रवैये से लगता है कि राज्य सरकार और जिला स्वास्थ समिति कुपोषित बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति गंभीर नहीं है. बताया जाता है कि सदर अस्पताल स्थित 20 बेड का पोषण पुनवार्स केंद्र में प्रतिमाह 25 से 30 कुपोषित या अतिकुपोषित बच्चे को भर्ती करना था.
जल्द चालू होगी पोषण पुर्नवास केंद्र- जिलाधिकारी
किशनगंज के जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा ने बताया की पोषण पुनर्वास केंद्र पहले जिस एन जी ओ के माध्यम से चलता था उसका एग्रीमेंट खत्म हो गया. इस कारण से पोषण पुनर्वास केंद्र बंद हो गया लेकिन पिछले महीने उस एनजीओ का एग्रीमेंट 6 महिने के लिए बढा दिया गया.वहीं, इसके चालू नहीं होने के संबंध में सिविल सर्जन से बात की जायेगी और जल्द ही पुनर्वास केंद्र को चालू कर दिया जायेगा.