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किशनगंजः मेले की आड़ में सालों से फल-फूल रहा है देह व्यापार का धंधा - खगड़ा मेला

खगड़ा मेले में आने वाले ग्राहकों को लुभाने के लिए सेक्स मंडी में सजाधजा कर नई नवेली युवतियों को परोसने का सिलसिला जारी हो चूका है.

khagra mela
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Published : Feb 9, 2019, 1:50 PM IST

किशनगंजः प्रसिद्ध खगड़ा मेले का आगाज होते ही मेले के पास स्थित रेडलाइट एरिया में सेक्स वर्करों की मंडी सज-धज कर तैयार हो चुकी है. किशनगंज पुलिस इसको लेकर दो बार छापेमारी भी कर चुकी है. लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

यूं तो यहां हर रोज लगभग 50 की संख्या में सेक्स वर्कर देह व्यापार का धंधा करती हैं. लेकिन खगड़ा मेले के दौरान इनकी संख्या दो गुनी हो जाती है. सूत्रों की माने तो मेला देखने आने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए नेपाल से लेकर पूर्णिया, पश्चिम बंगाल के पांजिपाड़ा, इस्लामपुर और सिलिगुड़ी समेत अन्य प्रदेशों से लड़कियों को मंगवाकर देह व्यापार करवाया जाता है.

बयान देते एसडीपीओ डा अखिलेश कुमार
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इस साल अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं

हर साल पुलिस यहां छापेमारी करती है. कुछ युवतियों को देह व्यापार से मुक्त भी कराया जाता है. इस साल भी अब तक दो बार छापेमारी हो चुकी है. लेकिन ना तो दलालों की गिरफ्तारी हो सकी है और ना ही किसी युवती की. पुलिस का वाहन रेडलाइट एरिया से बाहर निकलते ही फिर से धंधा जोरों पर चलने लगता है.

एसडीपीओ का क्या है कहना?
इस मामले में एसडीपीओ डॉ अखिलेश कुमार ने बताया कि रेडलाइट एरिया समेत मेले को देखते हुए असामाजिक तत्वों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. रेडलाइट एरिया में भी लगातार छापेमारी जारी है.

किशनगंजः प्रसिद्ध खगड़ा मेले का आगाज होते ही मेले के पास स्थित रेडलाइट एरिया में सेक्स वर्करों की मंडी सज-धज कर तैयार हो चुकी है. किशनगंज पुलिस इसको लेकर दो बार छापेमारी भी कर चुकी है. लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है.

यूं तो यहां हर रोज लगभग 50 की संख्या में सेक्स वर्कर देह व्यापार का धंधा करती हैं. लेकिन खगड़ा मेले के दौरान इनकी संख्या दो गुनी हो जाती है. सूत्रों की माने तो मेला देखने आने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए नेपाल से लेकर पूर्णिया, पश्चिम बंगाल के पांजिपाड़ा, इस्लामपुर और सिलिगुड़ी समेत अन्य प्रदेशों से लड़कियों को मंगवाकर देह व्यापार करवाया जाता है.

बयान देते एसडीपीओ डा अखिलेश कुमार
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इस साल अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं

हर साल पुलिस यहां छापेमारी करती है. कुछ युवतियों को देह व्यापार से मुक्त भी कराया जाता है. इस साल भी अब तक दो बार छापेमारी हो चुकी है. लेकिन ना तो दलालों की गिरफ्तारी हो सकी है और ना ही किसी युवती की. पुलिस का वाहन रेडलाइट एरिया से बाहर निकलते ही फिर से धंधा जोरों पर चलने लगता है.

एसडीपीओ का क्या है कहना?
इस मामले में एसडीपीओ डॉ अखिलेश कुमार ने बताया कि रेडलाइट एरिया समेत मेले को देखते हुए असामाजिक तत्वों पर भी विशेष नजर रखी जा रही है. रेडलाइट एरिया में भी लगातार छापेमारी जारी है.

Intro:किशनगंज के प्रसिद्ध खगड़ा मेला के आगाज होते ही मेले के समीप स्थित रेडलाइट एरिया मे दुसरे क्षेत्र की सेक्स वर्करों की मंडी पूरी तरह सजधज कर तैयार हो चूंकि है।किशनगंज स्थित रेडलाइट एरिया जहां कदम पड़ते ही तकदीरें बदल जाया करती हैं।इनके अंधेरे लिबलिबी कमरों मे देखते नाखूनों की निशाना बेरहम अतीत के बायस्कोप की तरह सबकुछ सच बयां करते हैं।जबरन यहां लायी गयी मासूम लड़कियों के धुंधली होती उम्मीदें जहां परास्त हो जाती हैं जिस जगह जिदंगी के कभी सुबह नहीं होती आज हम उन प्रास्त उम्मीदों के बनाबटी चेहरों को लेकर किशनगंज से इटीवी भारत के लिए खास रिपोर्ट।
किशनगंज के प्रसिद्ध खगड़ा मेला के आगाज होते ही मेले के समीप स्थित रेडलाइट एरिया मे दुसरे क्षेत्र की सेक्स वर्करों की मंडी पूरी तरह सजधज कर तैयार हो चूंकि है।मेला में आने वाले ग्राहकों लुभाने के लिए सेक्स मंडी में सजधज कर नयी नवेली युवती को प्रोसने का सिलसिला जारी हो चूका हैं।यहां पर मात्र 300 रुपया मे ही युवतियों की आबरू की बोली लगायी जाती हैं।ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है।हर वर्ष पुलिस छापेमारी तो करती हैं व कुछ युवतियों को देह व्यापार मुक्त भी करते हैं वहीं इस वर्ष भी अबतक दो बार छापेमारी हो चूके है लेकिन ना तो दलालों की गिरफ्तारी हुयी और ना ही किसी युवती को इस दलदल से निकाला गया।पुलिस की वाहन रेडलाइट एरिया से निकलते ही फिर से धंधा जोरों पर चलने लगता है।




Body:यू तो हर वक्त 50 कि संख्या में खगड़ा रेडलाइट एरिया में सेक्स वर्करों द्वारा देहव्यापार का धंधा किया जाता हैं।लेकिन खगड़ा मेला के मौसम में इसकी संख्या में दो गुना इजाफा हो जाता है।सूत्रों की मानो तो मेला देखने आने वाले लोगों की संख्या को देखते हुए नेपाल से लेकर पूर्णिया के रेडलाइट एरिया मे देहव्यापार करने वाले के अलावा पश्चिम बंगाल के पांजिपाड़ा,इस्लामपुर,सिलिगुड़ी सहित अन्य प्रदेशों से नयी लड़कियों को मगबाकर देह व्यापार करवाया जाता है।इस मामले में एसडीपीओ डा अखिलेश कुमार ने बताया कि रेडलाइट एरिया सहित असमाजिक कार्य में भी विशेष नजर रखा जा रहा है।रेडलाइट एरिया में लगातार छापेमारी भी किया जा रहा है।


Conclusion:किशनगंज मे मौजूद खगड़ा रेडलाइट एरिया में तमाम सरकारी व गैरसरकारी कोशिशों के बाद भी धरल्ले से चल रहे हैं देह व्यापार का धंधा।इस लिए नहीं कि ये महिला ऐसा जिवन जीना चाहती है।बल्कि इस लिए क्यूँ कि इनके पास करने को कुछ नहीं बचा है।एक बार वेश्यावृत्ति मे जाने के बाद ना तो इन्हें समाज अपनाये गा और ना ही परिवार।भलें इनमें इसका कोई दोष ना हो लेकिन आयें दिन इनके दरवाजे पर हाजरी लगाने वाले लोग भी इन्हें दिन के उजाले में नहीं पहचानते।एहि इनका दुर्भाग्य है और यहां आने वाले शरिफ लोगों का इज्जतदार चेहरा भी।अब आप ही बताये कि आखिर ऐसी तस्वीरे आज भी हमारे महान भारत के महान लोकतंत्र का हिस्सा क्यूँ है।क्या आजादी के इतने साल बाद भी वेश्यावृत्त जैसा नर्क महिलाओं की दैहिक स्वतंत्रता व सम्मान पर धब्बा नहीं है।
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