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बिहार बंद को लेकर जगह-जगह सड़क जाम और प्रदर्शन, यात्रियों को हुई परेशानी

एनआरसी और सीएए के विरोध में विपक्षी पार्टियों ने 19 दिसंबर को बिहार बंद बुलाया था. इसको सफल बनाने के लिए जगह-जगह बंद सर्मथकों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया.

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Published : Dec 19, 2019, 7:25 PM IST

Opposition parties protest
विरोध प्रदर्शन

बिहार: नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद से देश भर में लगातार प्रदर्शन जारी है. इसके साथ ही राज्य में 19 दिसंबर को विपक्षी पार्टियों की ओर से बिहार बंद करने का एलान किया गया था. इसको लेकर तमाम विपक्षी पार्टियों की ओर से कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग की.

Kishanganj
प्रदर्शन के दौरान

किशनगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर प्रदर्शन
जिले में विपक्षी पार्टियों की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में भारी संख्या में लोग शामिल रहे. प्रदर्शन के कारण शहर की सभी दुकाने बंद रही और सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोगों का कहना है कि सराकर के पास देश के विकास के लिए कोई योजना नहीं है. सरकार इस कानून को लागू कर देश में जाती और धर्म के नाम पर लोगों को लड़वाना चाहती है.

किशनगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर प्रदर्शन

कटिहार में थाना के सामने घंटों प्रदर्शन
जिले में बिहार बंद का व्यापक असर देखने को मिला. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शहीद चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. टाउन थाना के सामने हो रहे प्रदर्शन को पुलिस मूकदर्शक बन निगहबानी करती रही. इस दौरान लोगों ने आजादी के नारे लगाए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबारजी की. प्रदर्शन कर रहे तौसीफ अख्तर ने एनआरसी और सीएए को काला कानून बताया. उनका कहना है कि यह कानून मुल्क को बांटने वाला कानून है. लोगों का कहना है कि सरकार इस कानून को वापस ले नहीं तो 21 दिसंबर को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा.

कटिहार में विरोध प्रदर्शन

मोतिहारी में बंद का मिला-जुला असर
जिले में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ बिहार बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला. सभी वाम दलों के साथ वीआईपी और जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया. वाम दल के नेता रामाश्रय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने हिंदुत्व के एजेंडा पर काम करते हुए नागरिकता संशोधन कानून बनाया है. जो भारतीय संविधान के खिलाफ है. उन्होने सरकार से नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग की.

मोतिहारी में विरोध प्रदर्शन

जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें

जिले में बंद समर्थकों ने पटना रेल खंड जहानाबाद स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान भभुआ, गया, पटना इंटरसिटी और पटना गया पैसेंजर की सेवाएं बाधित रही. इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने अलवर चौक पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. लोगों ने सरकार से नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग की. वहीं, बिहार बंद को लेकर जिले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे.

जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें

बिहार: नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद से देश भर में लगातार प्रदर्शन जारी है. इसके साथ ही राज्य में 19 दिसंबर को विपक्षी पार्टियों की ओर से बिहार बंद करने का एलान किया गया था. इसको लेकर तमाम विपक्षी पार्टियों की ओर से कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने सीएए और एनआरसी को वापस लेने की मांग की.

Kishanganj
प्रदर्शन के दौरान

किशनगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर प्रदर्शन
जिले में विपक्षी पार्टियों की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग जाम कर विरोध प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन में भारी संख्या में लोग शामिल रहे. प्रदर्शन के कारण शहर की सभी दुकाने बंद रही और सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई. प्रदर्शनकारियों ने गृह मंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. लोगों का कहना है कि सराकर के पास देश के विकास के लिए कोई योजना नहीं है. सरकार इस कानून को लागू कर देश में जाती और धर्म के नाम पर लोगों को लड़वाना चाहती है.

किशनगंज में राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर प्रदर्शन

कटिहार में थाना के सामने घंटों प्रदर्शन
जिले में बिहार बंद का व्यापक असर देखने को मिला. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शहीद चौक पर विरोध प्रदर्शन किया. टाउन थाना के सामने हो रहे प्रदर्शन को पुलिस मूकदर्शक बन निगहबानी करती रही. इस दौरान लोगों ने आजादी के नारे लगाए और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबारजी की. प्रदर्शन कर रहे तौसीफ अख्तर ने एनआरसी और सीएए को काला कानून बताया. उनका कहना है कि यह कानून मुल्क को बांटने वाला कानून है. लोगों का कहना है कि सरकार इस कानून को वापस ले नहीं तो 21 दिसंबर को बड़े पैमाने पर प्रदर्शन किया जाएगा.

कटिहार में विरोध प्रदर्शन

मोतिहारी में बंद का मिला-जुला असर
जिले में नागरिकता कानून और एनआरसी के खिलाफ बिहार बंद का मिला-जुला असर देखने को मिला. सभी वाम दलों के साथ वीआईपी और जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरे और प्रदर्शन किया. वाम दल के नेता रामाश्रय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने हिंदुत्व के एजेंडा पर काम करते हुए नागरिकता संशोधन कानून बनाया है. जो भारतीय संविधान के खिलाफ है. उन्होने सरकार से नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग की.

मोतिहारी में विरोध प्रदर्शन

जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें

जिले में बंद समर्थकों ने पटना रेल खंड जहानाबाद स्टेशन पर रेलवे ट्रैक जाम कर प्रदर्शन किया. इस दौरान भभुआ, गया, पटना इंटरसिटी और पटना गया पैसेंजर की सेवाएं बाधित रही. इससे यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने अलवर चौक पर सड़क जाम कर प्रदर्शन किया. लोगों ने सरकार से नागरिकता कानून को वापस लेने की मांग की. वहीं, बिहार बंद को लेकर जिले में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे.

जहानाबाद में प्रदर्शनकारियों ने रोकी ट्रेनें
Intro:किशनगंज:-आज पूरे भारत मे विपक्षी पार्टियो द्वारा भारत बंद किया गया है, इस बंद के दौरान शहर के सभी दुकानों को बंद करवा दिया गया है,और राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद कर दिया है।राजमार्ग बंद होने की वजह से असम,बंगाल,और नार्थ इंडिया के बाकी शहरों से भी संपर्क टूट गया हैं।


Body:किशनगंज:-आज पूरे भारत मे विपक्षी पार्टियो द्वारा भारत बंद किया गया है, इस बंद के दौरान शहर के सभी दुकानों को बंद करवा दिया गया है,और राष्ट्रीय राजमार्ग को भी बंद कर दिया है।राजमार्ग बंद होने की वजह से असम,बंगाल,और नार्थ इंडिया के बाकी शहरों से भी संपर्क टूट गया हैं।
भारत बंद के दौरान आज किशनगंज में भी सभी पार्टियो द्वारा सरकार के खिलाफ में जमकर प्रदर्शन किया, लोगो ने अपने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर नागरीकता संसोधन कानून को वापस लेने के लिए जमकर नारेबाजी की और सरकार मुर्दाबाद के नारे लगाए गए,विभिन पार्टी के नेताओ द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के लिए अभद्र भासा का प्रयोग किया।लोगो का आरोप है कि सरकार के पास देश के विकास के लिए कोई योजना नही हैं,इसलिए अपनी नाकामियो को छिपाने के लिए ये कानून लेकर देश को जाती-धर्म के नाम पर लड़वाना चाहती है ताकि ये अपनी राजनीतिक रोटियां शेक सके।


Conclusion:बंद के दौरान प्रदर्शनकारियों ने शहर की सभी दुकाने बंद करवा दी है,और नार्थ इंडिया से देश को जोड़ने वाली एक मात्र राष्ट्रीय राजमार्ग को जाम कर के आवागमन ठप कर दिया गया है।हज़ारो की संख्या में प्रदर्शनकारि सड़क पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
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