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किशनगंज: मानव श्रृंखला में अल्पसंख्यक महिलाओं ने भी बढ़-चढ़कर लिया हिस्सा

महिलाओं ने बताया कि सरकार ने इस श्रृंखला के जरिए लोगों को मैसेज दिया है कि नई पीढ़ी को ऐसा बिहार देना है. जहां जल-जीवन-हरियाली, नशा मुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे कुरीतियों से मुक्त हो.

मानव श्रृंखला
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Published : Jan 19, 2020, 5:36 PM IST

किशनगंज: जिले में मानव श्रृंखला को लेकर अल्पसंख्यक महिलाओं ने मानव दीवार बनाया. शहर के किशनगंज-बाहादुरगंज मुख्य सड़क पर हलीमचौक से लहड़ाचौक तक करीब 5 किमी तक महिलाओं ने मानव दीवार बनाकर राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को सफल बनाया.

अल्पसंख्यक महिलाएं सुबह से ही मानव दीवार बनाकर कतार में खड़ी नजर आई. वहीं, इस दौरान अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि जल-जीवन-हरियाली मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है. इसे बचाना का हम सबका दायित्व है. कई महिलाएं कड़ाके की इस ठंड में अपने बच्चों को लेकर कतार में खड़ी नजर आईं.

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अल्पसंख्यक महिलाओं ने बनाया मानव श्रृंखला

'अल्पसंख्यक महिलाओं ने बनाया मानव दीवार'
अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि जलवायु परिवर्तन पूरे मानव जाति के अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती है. जब तक जल और हरियाली है. तभी तक इस पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित है. इसके बिना चाहे मनुष्य हो या जीव-जंतु किसी के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती है. जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने लिए अक्षय ऊर्जा और हरित आवरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार जल-जीवन-हरियाली अभियान चला रही है. महिलाओं ने बताया कि लोगों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है. लोग ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाएं और जल को बचाएं.

मानव श्रृंखला में अल्पसंख्यक महिलाएं हुई शामिल

'बिहार रचने जा रहा है इतिहास'
महिलाओं ने बताया कि सरकार ने इस श्रृंखला के जरिए लोगों को मैसेज दिया है कि नई पीढ़ी को ऐसा बिहार देना है. जहां जल-जीवन-हरियाली, नशा मुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे कुरीतियों से मुक्त हो. उन्होंने बताया कि बिहार इतिहास रचने जा रहा है. दहेज प्रथा और नशा मुक्ति के साथ-साथ हमें पर्यावरण के प्रति जन चेतना के प्रति सजग होने की आवश्यकता है.

किशनगंज: जिले में मानव श्रृंखला को लेकर अल्पसंख्यक महिलाओं ने मानव दीवार बनाया. शहर के किशनगंज-बाहादुरगंज मुख्य सड़क पर हलीमचौक से लहड़ाचौक तक करीब 5 किमी तक महिलाओं ने मानव दीवार बनाकर राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को सफल बनाया.

अल्पसंख्यक महिलाएं सुबह से ही मानव दीवार बनाकर कतार में खड़ी नजर आई. वहीं, इस दौरान अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि जल-जीवन-हरियाली मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है. इसे बचाना का हम सबका दायित्व है. कई महिलाएं कड़ाके की इस ठंड में अपने बच्चों को लेकर कतार में खड़ी नजर आईं.

kishanganj
अल्पसंख्यक महिलाओं ने बनाया मानव श्रृंखला

'अल्पसंख्यक महिलाओं ने बनाया मानव दीवार'
अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि जलवायु परिवर्तन पूरे मानव जाति के अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती है. जब तक जल और हरियाली है. तभी तक इस पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित है. इसके बिना चाहे मनुष्य हो या जीव-जंतु किसी के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती है. जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने लिए अक्षय ऊर्जा और हरित आवरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार जल-जीवन-हरियाली अभियान चला रही है. महिलाओं ने बताया कि लोगों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है. लोग ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाएं और जल को बचाएं.

मानव श्रृंखला में अल्पसंख्यक महिलाएं हुई शामिल

'बिहार रचने जा रहा है इतिहास'
महिलाओं ने बताया कि सरकार ने इस श्रृंखला के जरिए लोगों को मैसेज दिया है कि नई पीढ़ी को ऐसा बिहार देना है. जहां जल-जीवन-हरियाली, नशा मुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे कुरीतियों से मुक्त हो. उन्होंने बताया कि बिहार इतिहास रचने जा रहा है. दहेज प्रथा और नशा मुक्ति के साथ-साथ हमें पर्यावरण के प्रति जन चेतना के प्रति सजग होने की आवश्यकता है.

Intro:किशनगंज में मानव श्रृंखला को लेकर अल्पसंख्यक महिलाओं ने लगाया मानव दीवार। शहर के किशनगंज-बाहादुरगंज मुख्य सड़क पर हलीमचौक से लहड़ाचौक तक करीब 5 किमी तक किशनगंज के अल्पसंख्यक महिलाओं ने मानव दीवार बनाकर राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को सफल बनाया।अल्पसंख्यक महिलाएं सुबह से ही मानव दीवार बनाकर कतार में खड़ी नजर। महिलाओं ने बताया जल जीवन हरियाली मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है पर इसे बचाना हम सबका दायित्व है।कई महिलाएं कड़कड़ाती इस ठंडी हवा में भी अपने बच्चों को लेकर कतार में खड़ी नजर आए।


Body:अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि आज जलवायु परिवर्तन पूरे मानव जाति के अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती है जब तक जल और हरियाली है तभी तक इस पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित है जल और हरियाली के बिना चाहे मनुष्य हो या जीव-जंतु या पशु-पक्षी किसी के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती है जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने इसके कारण उत्पन्न विकट स्थिति का सामना करने जल और संचयन एवं इसके स्त्रोत का संगठन मौसम के अनुकूल फसल चक्र अपनाने अक्षय ऊर्जा और हरित आवरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार जल जीवन हरियाली अभियान चला रही है। और आने वाले भविष्य बच्चों को अच्छा पर्यावरण मिल सके जिसके लिए आज हम लोग सड़क पर उतरे हैं और मानव दीवार बनाकर पर्यावरण बचाने का प्रयास कर रहे है। बताया लोगों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है महिलाओं ने बताया कि लोग ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाएं और जल को बचाए।


Conclusion:मुस्लिम बहुल जिला किशनगंज मे राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को लेकर सुबह से ही छोटे बच्चे से लेकर बुजुर्ग और महिलाएं सड़क पर खड़ी नजर आई तो ही शहर के हलीम चौक से लहरा चौक तक लंबी कतार अल्पसंख्यक महिलाओं की देखी गई महिलाएं हाथ से हाथ पकड़ कर एक लंबी मानव दीवार बनाई और लोगों को मैसेज देने का काम किया कि नई पीढ़ी को ऐसा बिहार स्वप्ना है जहां जल जीवन हरियाली हो, ऐसा बिहार जो नशा मुक्त हो, और ऐसा बिहार जो दहेज बाल विवाह जैसे कुर्तियां से मुक्त हो। महिलाओं ने बताया बिहार इतिहास रचने जा रहा है दहेज प्रथा और नशा मुक्ति के साथ-साथ हमें पर्यावरण के प्रति जनचेतना के प्रति सजग होने की आवश्यकता है।
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