किशनगंज: जिले में मानव श्रृंखला को लेकर अल्पसंख्यक महिलाओं ने मानव दीवार बनाया. शहर के किशनगंज-बाहादुरगंज मुख्य सड़क पर हलीमचौक से लहड़ाचौक तक करीब 5 किमी तक महिलाओं ने मानव दीवार बनाकर राज्यव्यापी मानव श्रृंखला को सफल बनाया.
अल्पसंख्यक महिलाएं सुबह से ही मानव दीवार बनाकर कतार में खड़ी नजर आई. वहीं, इस दौरान अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि जल-जीवन-हरियाली मनुष्य के जीवन का अहम हिस्सा है. इसे बचाना का हम सबका दायित्व है. कई महिलाएं कड़ाके की इस ठंड में अपने बच्चों को लेकर कतार में खड़ी नजर आईं.
'अल्पसंख्यक महिलाओं ने बनाया मानव दीवार'
अल्पसंख्यक महिलाओं ने बताया कि जलवायु परिवर्तन पूरे मानव जाति के अस्तित्व के लिए गंभीर चुनौती है. जब तक जल और हरियाली है. तभी तक इस पृथ्वी पर जीवन सुरक्षित है. इसके बिना चाहे मनुष्य हो या जीव-जंतु किसी के अस्तित्व की कल्पना नहीं की जा सकती है. जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने लिए अक्षय ऊर्जा और हरित आवरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से बिहार सरकार जल-जीवन-हरियाली अभियान चला रही है. महिलाओं ने बताया कि लोगों को भी जागरूक होने की आवश्यकता है. लोग ज्यादा से ज्यादा पौधा लगाएं और जल को बचाएं.
'बिहार रचने जा रहा है इतिहास'
महिलाओं ने बताया कि सरकार ने इस श्रृंखला के जरिए लोगों को मैसेज दिया है कि नई पीढ़ी को ऐसा बिहार देना है. जहां जल-जीवन-हरियाली, नशा मुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसे कुरीतियों से मुक्त हो. उन्होंने बताया कि बिहार इतिहास रचने जा रहा है. दहेज प्रथा और नशा मुक्ति के साथ-साथ हमें पर्यावरण के प्रति जन चेतना के प्रति सजग होने की आवश्यकता है.