किशनगंज: सांसद डॉ. मोहम्मद जावेद आजाद ने कौशल विकास मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर कौशल प्रशिक्षण कराने की मांग की है. ताकि लोगों को स्थानीय स्तर पे या राज्य में ही रोजगार मिल सके.
कोरोना महामारी की वजह से प्रदेश से लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर अपने-अपने घर लौटे हैं. यह लोग बीमारी के डर से प्रदेश से घर तो लौट आए, परन्तु अब इनके सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार की खड़ी हो गई है. किशनगंज के भी प्रवासी मजदूरों की संख्या लगभग 38 हजार के करीब में है और किशनगंज में रोजगार के नाम पर कोई भी कल कारखाना नहीं है.
मजदूरों को मिले गृह जनपद में रोजगार
मजदूरों के रोजगार के समस्याओं को लेकर किशनगंज के सांसद डॉ. जावेद आजाद ने शनिवार को कौशल विकास मंत्री भारत सरकार को पत्र लिखकर प्रदेशों से लौटे प्रवासी मजदूरों की कौशल प्रशिक्षण लेने की मांग की है. उन्होंने लिखा कि मेरे लोकसभा क्षेत्र में स्थानीय और 38 हजार प्रवासी मजदूर की आर्थिक और सामाजिक स्थिति बद से बदतर हो गई है.
सरकारी सहयोग के साथ-साथ इन का पलायन रोकने के लिए इन्हें स्थानीय स्तर पर कौशल प्रशिक्षण देकर जिला अंतर्गत या राज्य में रोजगार उपलब्ध कराने की अति आवश्यकता है. आत्मनिर्भर बनाने के लिए कौशल विकास मंत्रालय द्वारा इन्हें कौशल प्रशिक्षण दिलाना काफी लाभदायक सिद्ध होगा. उन्होंने कौशल विकास मंत्रालय से अनुरोध किया है कि उनके निर्णय के अंतर्गत किशनगंज लोकसभा के प्रवासी मजदूरों को भी शामिल किया जाए.