किशनगंज: जिले के एक सहायक अभियंता का अनोखा कारनामा सामने आया है. यहां एक इंसान तीन पदों पर कार्यरत था. एक ओर जहां बिहार बेरोजगारी का दंश झेल रहा है. वहीं, दूसरी ओर तीन पोस्ट पर सुरेश राम 25 सालों से काम कर रहा था. विभाग में सीएफएमएस की तकनीक से इस मामले का खुलासा हुआ है.
इस तकनीक से हुआ खुलासा
सुरेश राम किशनगंज भवन निर्माण विभाग में एसडीओ के सहायक अभियंता के पद पर काम कर रहा था. इसके साथ ही वह जिले के तीन अलग-अलग सरकारी विभागों में काम कर रहा था और तीनों विभागों से वेतन भी उठा रहा था. इसका खुलासा विभाग में सीएफएमएस तकनीक से हुआ है. इस तकनीक से नए कर्मचारियों को जोड़ने का काम चल रहा था. इसी प्रक्रिया में कर्मचारियों की उपस्थिति दर्ज कराई गई. जिसके तहत मामले का खुलासा हुआ.
उपसचिव ने कराई एफआईआर दर्ज
मामले के खुलासे के बाद बिहार सरकार के उपसचिव चंद्रशेखर प्रसाद सिंह ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है. जिसके बाद किशनगंज थाने में सुरेश राम के खिलाफ भवन निर्माण विभाग कार्यपालक अभियंता मधुसुदन कुमार कर्ण ने प्राथमिकी दर्ज कराई. जिसके बाद से भवन निर्माण विभाग के सहायक अभियंता सह एसडीओ सुरेश राम फरार है. पुलिस गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
ऐसे हुई थी नियुक्ति
जांच में पता चला कि भवन निर्माण विभाग (पटना) में सुरेश राम का योगदान 1988 से था. इसके बाद जलसंसाधन विभाग पटना में 1989 में नियुक्त हुआ. फिर से जलसंसाधन विभाग पटना में दोबारा से अन्य पद पर नियुक्ती की गई. इस तरह से तीन विभागों में तीन बार नियुक्त हुए और तीनों विभागों से वर्षों से वेतन उठा रहा था.
इन तीन जगहों पर नियुक्त था सुरेश राम
(1)भवन निर्माण विभाग (किशनगंज)
(2)जल संसाधन विभाग पूर्वी तटबन्ध भीमनगर (सुपौल)
(3)जल संसाधन में अवर प्रमंडल, बेलहर (बांका ज़िला) में भी सहायक अभियंता
जल्द होगी गिरफ्तारी
किशनगंज डीएसपी अजय झा ने बताया कि मामला दर्ज हो गया है. सुरेश राम की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. जल्द ही इसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा.