किशनगंज: कोचाधामन जदयू विधायक मुजाहिद आलम ने शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने मक्के की फसल की बिक्री में हो रही अनियमितता को लेकर कार्रवाई की मांग की है.
लॉकडाउन के कारण नहीं बिक रही फसल
विधायक ने कहा है कि किशनगंज जिले में किसानों ने बड़े पैमाने पर मक्के की खेती की है. सरकारी आंकड़े के अनुसार ये खेती 31670 हेक्टेयर से अधिक में हुई है. जबकि वास्तविक आंकड़ा इससे कहीं अधिक है. विधायक ने बताया कि जिले मे मक्का फसल बिल्कुल तैयार है. लॉकडाउन के कारण किसानों की फसल बिक नहीं रही है. इस वजह से किसान मक्के को 800-900 रुपये प्रति क्विंटल बिचौलियों के हाथों बेच रहे हैं, जबकि केन्द्र सरकार ने 2019-20 के लिए मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1760 रुपये निर्धारित किया है.
किसानों के सामने आर्थिक संकट
विधायक मुजाहिद आलम ने कहा कि इतने कम दाम में मक्का बिकने पर किसानों के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है. मक्का किसानों की परेशानियों को देखते हुए सीएम से आग्रह किया है कि मक्के का न्यूनतम समर्थन मूल्य दो हजार रुपये प्रति क्विटंल घोषित कर सरकारी स्तर से मक्के की खरीद करवाई जाए.