किशनगंज: कोरोना वायरस को लेकर हर तरफ सतर्कता बरती जा रही है. जिले में नेपाल से लगी सीमाओं पर आने और जाने वालों की जांच की जा रही है. वहीं, किशनगंज प्रशिक्षु उप समाहर्ता नीरज कुमार ने फतेहपुर थाना क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा का औचक निरीक्षण किया. जहां उन्होंने कोरोना वायरस की जांच के लिए तैनात स्वास्थ्य कर्मी को कई निर्देश दिए.
13 हजार से अधिक लोगों की हो चुकी है जांच
डीएम आदित्य प्रकाश ने बताया कि किशनगंज के तीन प्रखंड के नेपाल सीमा लगता है और इन तीनों जगहों के लोगों का नेपाल आना-जाना लगा रहता है. इस कारण इन तीनों सीमावर्ती इलाके में मेडिकल कैम्प लगाए गए हैं, जो 24 घंटे तीन शिफ्ट में कार्य करती है. सीमा पर आने-जाने वाले लोगों की मेडिकल जांच करने के बाद ही उन्हें भारतीय सीमा के अंदर जाने दिया जाता है. अगर किसी में कोरोंना के लक्षण पाए जाते है तो उन्हें आइसोलेसन वार्ड में रखा जाता है. वहीं, अभी तक 13 हजार से ज्यादा लोगों की जांच की जा चुकी है.
सुरक्षित रहने के लिए सावधानी बरतने की जरूरत
उपसमाहर्ता नीरज कुमार ने बताया कि कोरोना वायरस भारत सहित कई देशों में तेजी से फैल रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक किया जा रहा है. इस वायरस से सुरक्षित रहने और बचाव के लिए कुछ सावधानी बरतने की जरूरत है. बता दें कि कोरोना वायरस को लेकर बिहार सरकार ने 31 मार्च तक सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल-कॉलेज बंद करने का फैसला लिया गया है. मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बिहार में सिनेमा हॉल, पार्क और चिड़ियाघर भी 31 मार्च तक बंद रहेंगे.