किशनगंज: सोमवार को जिला पदाधकारी आदित्य प्रकाश की अध्यक्षता में वैश्विक महामारी कोरोना को लेकर बैठक की गई. जिसमें बिहार आ रहे प्रवासियों को रोजगार को लेकर चर्चा की गई. जिला पदाधिकारी आदित्य प्रकाश ने कहा कि जो मजदूर देश के अन्य राज्यों से इस जिले में आए हैं. उन्हें बाबा साहब अंबेडकर आवासीय विद्यालय में बने क्वारंटीन सेंटर में रखा गया है. जिनकी क्वारंटीन अवधि पूरी होने जा रही है. उन्होंने कहा कि इनके लिए रोजगार देने के लिए योजना तैयार किया जा रहा है.
डीएम आदित्य ने बताया कि रोजगार दिए जाने के लिए जिला कृषि, मनरेगास पीएचईडी, श्रम विभाग, उद्योग विभाग, डेयरी प्रोजेक्ट और जीविका समूह आदि के माध्यम से योजना तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से अकुशल श्रमिकों के लिए मनरेगा को रोजगार सृजन का माध्यम बनाने के लिए ने उप विकास आयुक्त किशनगंज और डीआरडीए डायरेक्टर किशनगंज को निर्देश दिया गया. डीएम ने आगे बताया कि क्वारंटीन सेंटरों में रहने वाले सभी मजदूरों की स्किल मैपिंग का कार्य करवाने के लिए उप विकास आयुक्त को निर्देश दिए गए. साथ ही उद्योग विभाग किशनगंज के महाप्रबंधक इसकी मैपिंग कराने के बाद ही उप विकास आयुक्त किशनगंज को पृथ्वी प्रतिवेदन सौंपेंगे.
जॉब कार्ड निर्गत करने का मिला आदेश
बता दें कि मनरेगा की ओर से संचालित जल जीवन हरियाली में भी बाहर से आने वाले श्रमिकों को रोजगार देने के लिए जिलाधिकारी को निर्देश दिया गया है. साथ ही अधिक से अधिक जॉब कार्ड निर्गत करने के लिए भी कहा गया है. वहीं, डीपीएम जीविका को प्रतिदिन लगभग 10,000 मास्क बनाने के लिए जिला पदाधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया. वहीं, दूसरी तरफ डीएम अपर समाहर्ता और उप विकास आयुक्त की ओर से किशनगंज जिले के 7 प्रखंडों में कोरोना वायरस से बचाव और रोजगार सृजन के लिए मनरेगा के प्रचार-प्रसार के लिए सात जागरूकता रथ को भी हरी झंडी दिखाकर समाहरणालय परिसर किशनगंज से रवाना किया गया.