किशनगंज: दिघलबैंक के प्रखंड प्रमुख के मुताबिक 7 दिसंबर को दिघलबैंक प्रखंड के सभागार में दिन के 11 बजे से 15वीं वित्त आयोग की बैठक होनी थी. 15वीं वित्त आयोग के अंतर्गत योजनाओं का चयन एवं अन्य विकास कार्य को लेकर पंचायत समिति सदस्यों की मीटिंग बुलायी गई थी. लेकिन 5 दिसंबर को दिघलबैंक प्रखंड विकास पदाधिकारी पूरन साह ने नोटिस जारी कर बैठक स्थगित कर दिया. खुद को कोविड-19 पॉजिटिव बताकर बैठक को अगले आदेश तक के लिए बीडीओ ने स्थगित कर दिया था.
बीडीओ ने पंचायत समिति की बैठक स्थगित की थी
किशनगंज के दिघलबैंक प्रखंड की प्रखंड प्रमुख ने BDO के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर हंगामा किया. और 7 दिनों के भीतर BDO पर कार्रवाई करने की मांग की है नहीं तो आत्मदाह करने की पूनम देवी ने धमकी दी है. उन्होंने कहा कि पंचायत समिति सदस्यों की बैठक को स्थगित करना प्रखंड विकास पदाधिकारी के अधिकार क्षेत्र में नहीं है. वहीं इस बैठक में मौजूद AIMIM के दो-दो विधायकों ने आरोपी BDO पर कार्रवाई करने का मांग की है. साथ ही कहा अगर कार्रवाई नहीं हुई तो मामले को विधानसभा में उठाया जाएगा.
बीडीओ पर कोरोना फैलाने का आरोप
दिघलबैंक प्रखंड प्रमुख ने बीडीओ पर आरोप लगाया है कि बीडीयो पूरन साह कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद कार्य कर रहे थै. और कितने ही लोग उनके संपर्क में आये होंगे. पूनम देवी ने कहा कि बीडीओ पर कार्रवाई होनी चाहिए. जिले में वे कोरोना फैलाने का काम कर रहे हैं. साथ ही चायत समिति सदस्यों की मीटिंग उन्हें स्थगित करने का आधिकार नहीं था. फिर भी नोटिस जारी कर बैठक को स्थगित करने का काम किया.
कार्रवाई नहीं करने पर आत्मदाह की चेतावनी
दिघलबैंक प्रखंड प्रमुख ने आरोप लगाया कि कोरोना संक्रमित होने के बावजूद दिघलबैंक प्रखंड विकास पदाधिकारी तीन अलग विभाग के प्रभार में कार्यरत हैं. जो कोरोना वायरस को प्रखंड में फैलाने का काम कर रहे हैं. बीडीओ पर कार्रवाई के लिए उन्होंने किशनगंज जिला पदाधिकारी को लिखित आवेदन भी दिया है. प्रखंड प्रमुख पूनम देवी ने जिला प्रशासन को धमकी दी है कि कोविड-19 फैलाने के आरोपी दिघलबैंक प्रखंड विकास पदाधिकारी पर जिला प्रशासन अगर कार्रवाई नहीं करता है तो वह जिला प्रशासन के समक्ष आत्मदाह करेंगी.