किशनगंज/सीतामढ़ी : जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलो के बीच कोविड कंट्रोल मॉनिटरिंग, डाटा रिपोर्ट सहित कई कार्यों में लगे नेशनल हेल्थ मिशन के सभी संविदा पर नियुक्त अधिकारी और कर्मी मंगलवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. संविदा कर्मियों की हड़ताल के कारण अस्पताल में कई तरह के कार्य प्रभावित हो रहे हैं. हड़ताल कर्मियों कहना है कि सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद उन्हें हड़ताल पर जाना पड़ा.
अनिश्चितकालीन हड़ताल पर संविदा स्वास्थ्य कर्मी
बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के आवाहन पर नेशनल हेल्थ मिशन के तहत विभिन्न पदों पर कार्यरत संविदा कर्मी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. हड़ताली कर्मियों ने बताया कि 1 माह पूर्व ही सरकार को इसकी सूचना दी गई थी. लेकिन सरकार ने उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद उन्हें हड़ताल पर जाने को मजबूर होना पड़ा. हड़ताली कर्मियों ने बताया कि कोरोना संक्रमण काल में लगातार तीन महीने से हमलोग काम कर रहे हैं. हमें सरकार के वादे के अनुसार 1 माह का अतिरिक्त मानदेय दिया जाए. पीटमैक कमेटी को लागू किया जाए. साथ ही अधिकारियों और कर्मी को नियमित रूप से समायोजन करने की हमारी मांग है. इसके साथ वेतन 2012 के बाद पुनरीक्षित नहीं किया, जिसे पुनरक्षित किया जाए.
संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल से कार्य होगा बाधित
जिला स्वास्थ्य विभाग के डीपीसी विश्वजीत कुमार ने बताया कि बिहार राज्य स्वास्थ्य संविदा कर्मी संघ के आह्वान पर मंगलवार से हम सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. सोमवार को डीएम और सीएस को भी ज्ञापन सौंपा था. लेकिन सरकार ने हमारी मांगे नहीं मानी.
वहीं सिविल सर्जन ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मियों के हड़ताल से कार्य बाधित होगा. कोविड कंट्रोल मॉनिटरिंग और डाटा रिपोर्टिंग इन्हीं लोगों द्वारा किया जाता है. कोरोना के जितने भी डाटा लिए जाते हैं उसमें 90% कार्य इन लोगों के द्वारा किया जाता हैं. इससे इस संक्रमण काल में अस्पताल का कार्य प्रभावित होगा.
सीतामढ़ी में सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी
वहीं सीतामढ़ी जिले में संविदा स्वास्थ्य कर्मियों के हड़ताल पर चले जाने से स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमरा गई है. मंगलवार को डुमरा के स्वास्थ समिति कार्यालय के पास संविदा कर्मियों ने सरकार और जिला प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. संविदा कर्मियों का कहना है कि सरकार अगर इनकी मांगे जल्द नहीं मानती है तो आंदोलन और तेज कर दिया जाएगा.