किशनगंजः बिहार के किशनगंज में शराब की तस्करी (Liquor smuggling in Kishanganj) करते बीएसएफ इंस्पेक्टर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. जवान बंगाल से शराब लेकर कार से लौट रहा था. कार में सीएपीएफ का बोर्ड लगा हुआ है. रामपुर चेक पोस्ट पर उत्पाद विभाग की टीम ने कार को रोकने का इशारा किया, लेकिन गाड़ी की रफ्तार को तेज कर भागने लगा. उत्पाद विभाग की टीम ने कार का पीछा कर हलीम चौक के पास पकड़ लिया. तलाशी लेने पर कार से भारी मात्रा में शराब बरामद किया गया.
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एक साल से छुट्टी पर इंस्पेक्टरः जवान के पास से एक पिस्तौल भी बरामद किया गया है. जवान को गिरफ्तार कर उत्पाद पुलिस ने था ले आई. पुछताछ के उपरांत टाउन थाना के पुलिस के हवाले कर दिया. हालांकि इंस्पेक्टर के पास से बरामद पिस्तौल लाइसेंसी बताया जा रहा है. बीएसएफ इंस्पेक्टर ने बताया कि बीएसएफ 94 बटालियन किशनगंज में इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत है. बीते एक साल से छुट्टी पर है. जिसकी पहचान गिरफ्तार इंस्पेक्टर आलोक कुमार रविकर पिता दामोदर प्रसाद साह बरारी कटिहार के रूप में हुई है.
कार में सीएपीएफ किशनगंज का बोर्ड लगा हैः गिरफ्तार इंस्पेक्टर शराब की तस्करी करने के लिए अपने कार पर 'सीएपीएफ किशनगंज' का बोर्ड लगा रखा था, जिससे कि उसे कोई पकड़ ना सके. वह आसानी से बिहार में शराब की तस्करी कर रहा था. कार से 106 लीटर विभिन्न ब्रांड के विदेशी शराब पुलिस ने बरामद किया है. गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर के पास से एक मोबाइल व 10 एटीएम कार्ड विभिन्न बैंक का बरामद किया गया है. कार से एक और बोड प्रशासन लिखा मिला है.
बीएसएफ हेड क्वार्टर को दी सूचनाः बंगाल के रामपुर स्थित गुप्ता नामक एक होटल से शराब लेकर किशनगंज के रास्ते शराब की खेफ पहुंचाने के लिए अन्य जिला जा रहा था. गिरफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर की सूचना स्थानीय बीएसएफ हेड क्वार्टर को पुलिस ने दे दी है, जिसके बाद बीएसएफ के पदाधिकारी टाउन थाना पहुंचकर उसकी जांच पड़ताल मे जुट गए हैं. वहीं एसपी डॉ इनामुल हक मेगनू खूद टाउन थाना पहुंच कर गिराफ्तार बीएसएफ इंस्पेक्टर से पूछताछ की.
"गिरफ्तार जवान से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के बाद ही खुलासा हो सकता है कि कितने दिनों से शराब की तस्करी का काम कर रहा था. इसकी सूचना बीएसएफ के वरीय पदाधिकारी को भी दी गई है. वहां के अधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं." -डॉ इनामुल हक मेगनू, एसपी, किशनगंज