किशनगंज: बिहार समेत देशभर के सभी राष्ट्रीयकृत बैंक 31 जनवरी और 1 फरवरी को बंद रहेंगे. 12 सूत्री मांगों के समर्थन में देशभर के 9 बैंक यूनियनों के आह्वान पर बैंक हड़ताल पर हैं. जिसके चलते बैकों में पहले दिन लेन-देन समेत सभी काम ठप है. जिले में भी इस हड़ताल का असर देखने को मिला.
बता दें कि तीन निजी बैकों की शाखाओं ने हड़ताल का समर्थन नहीं करने का फैसला किया था. लेकिन सरकारी बैंक कर्मियों ने तीनों निजी बैंकों की शाखाओं पर पहुंचकर वहां भी कामकाज को ठप करा दिया. साथ ही सरकारी बैंक कर्मियों ने जमकर नारेबाजी की और सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया.
'हमारी मांगों को गंभीरता से ले सरकार'
कर्मचारियों का कहना है कि उनकी मानदेय इतनी कम है कि बोलने में भी शर्म आती है. सरकार से अनुरोध है कि वो हमारी मांगों को गंभीरता से ले और जल्द लागू करें, ताकि हम लोग अपने काम पर लौट आएं. उन्होंने कहा कि अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है तो हम 1 अप्रैल से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे.
क्या है इनकी मांगें?
- शीघ्र वेतन बढ़ोतरी
- सप्ताह में 5 दिन काम
- पेंशन की सुविधा
- पारिवारिक पेंशन में सुधार