खगड़िया: बिहार के शिक्षक पिछले 18 दिनों से हड़ताल पर हैं. जिसके बाद सरकार ने कड़ा रुख अख्तियार किया और लगभग सभी जिलों में शिक्षकों पर केस दर्ज करने के साथ ही शिक्षकों को निलंबित भी किया गया है. शहर में गुरुवार को बिहार राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ ने सरकार की कार्रवाई का जमकर आलोचना किया है. जहां, शिक्षकों ने सरकार को तानाशाही कदम उठाने से पहले सोचने का सलाह दिया है.
'चुनाव में सीएम को चटाएंगे धूल'
प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. शिक्षक नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी हठ धर्मिता छोड़कर उनकी बातों को मान ले. वे जिस अंदाज में शिक्षकों पर लाठी चलवा रहे हैं. इससे वे लोग डरने वाले नहीं हैं. राज्य के साढ़े 4 लाख शिक्षक आगामी विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री को धूल चटाने का काम करने वाले हैं. साथ ही हड़ताली शिक्षकों का कहना है कि समान काम के बदले समान वेतन समेत पांच सूत्री मांगों को जब तक राज्य सरकार अमल नहीं करेगी तब तक हड़ताल जारी रहेगा.
शिक्षकों ने किया सड़क जाम
शिक्षकों का कहना है कि जब तक राज्य सरकार समान काम समान वेतन लागू नहीं करती है. तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. सरकार चाहे उन पर कोई भी कार्रवाई कर ले. वे उससे डरेंगे या झुकेंगे नहीं. साथ ही हड़ताली शिक्षकों ने कहा कि बच्चों की पढ़ाई जो बाधित हो रही है. उसकी भी हमे चिंता है. हड़ताल खत्म होने के बाद हम एक्स्ट्रा क्लास चलाकर बच्चों के सिलेबस को पूरा कराएंगे. लेकिन राज्य सरकार हमारे अधिकारों को हम से छीन रही है. इसको हम अब नजरअंदाज नही कर सकते.