खगड़िया: जिले में कोरोना मरीजों की संख्या 56 हो गई है. वहीं, इस वायरस ने एक की जान भी ले ली है. बावजूद इसके लोग सजग नहीं हो रहे हैं. जिला प्रशासन की टीम दिन रात एक कर लोगों की सुरक्षा में जुटी हुई है और सभी से घरों में रहने की अपील कर रही है. बावजूद इसके लोग लॉकडाउन का उल्लंघन कर रहे हैं.
लोगों में नहीं है गंभीरता
दरअसल, शहर के बीचो-बीच दो पॉजिटिव मामले सामने आने के बाद से कुछ भाग को कंटेन्मेंट जोन घोषित किया गया है, लेकिन इन इलाकों में भी लोग इधर-उधर घूमते नजर आ रहे हैं. कुछ लोग तो देखने के लिए खड़े है कि यंहा हो क्या रहा है. ऐसो लोगों की लापरवाही कहीं ना कहीं एक बड़ी अनहोनी को आमंत्रित कर रही है.
जिला प्रसाशन पूरी तरह से कोरोना को हराने में लगी हुई है. लेकिन उन्हें आम लोगो का समर्थन नहीं मिल पा रहा है. प्रसाशन की तरफ से लगातार अपील की जा रही है कि लोग बेवजह अपने घरों से बाहर न निकलें, पर फिर भी कोई सुनने को तैयार नहीं है.
हर कोई दे रहा अपना 100% योगदान
खगड़िया जिले में लभगभ जितने भी सरकारी और अर्धसरकारी कर्मचारी है उनमें से 90 प्रतिशत कर्मी कोरोना से जंग लड़ने में जुटे हुए हैं. 1200 जवान सिर्फ पुलिस बल के तैनात किए गए हैं. 150 के करीब में जिला प्रसाशन के अधिकारी और कमर्चारी दिन रात लोगों की सुरक्षा में लगे हुए है. स्वास्थ्य विभाग के 35 डॉक्टर 24 घंटे लोगों की जिंदगी बचाने में जुटे हुए है.
इनके अलावे नर्स, सफाईकर्मी, एम्बुलेंस चालक हर लोग अपना 100 प्रतिशत योगदान दे रहे हैं. लेकिन इस योगदान और बलिदान को खगड़िया की आम जनता नहीं समझ रही है. इनकी लापरवाही के कारण इस वायरस के संक्रमण के और तेजी से फैलने का खतरा बढ़ गया है.