खगड़िया: जिले में कोरोना महामारी के बाद बाढ़ से लोगों को काफी परेशानी हो रही है. जिले से होकर बहने वाली नदियां कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि कारण अलौली प्रखंड के चैरा खैरा पंचायत के 6 गांव पानी में डूब चुके है. इन लोगों को सरकारी स्तर से कोई मदद नहीं पहुंचाई जा रही है. ये सभी बाढ़ पीड़ित मदद की आस देख रहे हैं.
बता दें कि बाढ़ से घिरे इन लोगों के सामने खाने-पीने की समस्या है. इन गांव में पशुओं के लिए चारा का कोई इंतजाम नहीं है. वहीं, गांव के बाढ़ पीड़ित लोगों के लिए सरकारी स्तर से कोई नाव भी उपलब्ध नहीं करवायी गयी है. किसी के बीमार होने पर इन गांव के लोग बाढ़ के पानी में जान जोखिम में डालकर पार करते हैं.
डर के साये में जी रहे लोग
जब ईटीवी भारत की टीम इन लोगों का हाल-चाल लेने के लिए पहुंची तो लोगों ने काफी समस्याएं बताई. बाढ़ पीड़ित जितेंद्र कुमार ने बताया कि हम सभी खाने को मोहताज हैं. एक दिन सीआई आए थे वो मुआयना करके गए, लेकिन कोई पहल नहीं की गई. हम सभी लोगों को बदहाल स्थिति में छोड़ दिया गया है. वहीं एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि हम सभी डर के साये में जी रहे हैं. जिला प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की जा रही है.
मुश्किल में कट रही है जिंदगी
इसके अलावा लोगों ने बताया कि नदी में कटाव के कारण कई घर नदी में समा गए है. इसी कारण से हम सबों को कटाव में आने वाले घरों को तोड़कर उसमें से जो कुछ भी सामान बचाने लायक होता है, उसे बचाने का प्रयास करते हैं.