खगड़िया: जिले में बाढ़ अपना प्रचंड रूप दिखा कर चली गई. लेकिन बाढ़ पीड़ितों के दर्द जस के तस है. खगड़िया की नदियां बूढ़ी गंडक, कमला, बागमती और गंगा मिलकर गांवों को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी है. यहां के चार प्रखंड के 22 पंचायत पूरी तरह से जलमग्न हो गए थे. स्थानीय लोग ऊंचे जगह या बांधो पर पलायन कर प्लास्टिक सीट से टेंट बना रह रहे थे.
बाढ़ में बह गए 25 से 30 घर
खगड़िया जिला सात नदियों से घिरा हुआ है. बाढ़ के समय हल्की सी बारिश होने पर नदियां उफान का रूप ले लेती है. उफान पर आई नदियां कई गावों को अपने आगोश में ले लेती है. कुछ ऐसी ही स्थिति खगड़िया के 4 प्रखंड के 25 पंचायतों में बनी हुई थी. यहां हजारों लोग बांध पर जैसे-तैसे रह रहे थे. वहीं, लोगों ने बताया कि गंगा नदी में पानी बढ़ने के कारण बाढ़ आई थी. इससे कम से कम 25 से 30 घर इस पंचायत के बह गए.
'सरकार की तरफ नहीं मिली मदद'
ग्रामीणों ने कहा कि हमें इस बात का आक्रोश है कि जो विपदा आई थी, वो तो हमसब झेल लिए, लेकिन जिला प्रसाशन और सरकार की तरफ से अब तक हमे कोई मदद नहीं मिली है. खेत कट कर बालू हो चुका है. फसल उगाने के लिए एक मुट्ठी जमीन नहीं बची है. लेकिन अब तक सरकार के यंहा से हमारे बीच कोई नहीं आया.
उन्होंने कहा कि मुवाजे के लिए 6 हजार रुपया मिलने वाला था, वो भी नहीं मिला है.
'मिट जाएगा नामो निशान'
स्थानीय लोगों ने कहा कि गंगा नदी पर वर्षो पहले एक बांध बनाया गया था, जो इस साल के बाढ़ में पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है. लेकिन इस खतरनाक बांध के मरम्मत के लिए भी कोई पहल नहीं की गई है. इसको लेकर स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर इसको जल्द से जल्द ठीक नहीं किया गया, तो अगले साल के बाढ़ में इस पंचायत का जिले से नामो निशान मिट जाएगा.
बाढ़ प्रभावित 4 प्रखंड
- खगड़िया प्रखंड
- गोगरी प्रखंड
- परबत्ता प्रखंड
- मानशी प्रखंड
बाढ़ से नुकसान के कुछ डाटा
- बाढ़ से 21 ग्राम पंचायत, एक नगर पंचायत और एक नगर परिषद ग्रसित है.
- 9 लाख 68 हजार का फसल नुकसान हुआ है.
- 9 लाख का पब्लिक प्रोपर्टी और सड़क नुकसान हुआ है.
नोट- आकड़ा आपदा विभाग खगड़िया की तरफ से दिया गया है.
क्या कहते है अधिकारी
आपदा परियोजना अधिकारी अमन कुमार ने कहा कि प्रसाशन की तरफ से हर सुविधा दी गई थी. जिला प्रसाशन के आपदा विभाग की तरफ से युद्ध स्तर पर काम किया गया था. अब बाढ़ पीड़ितों की जिंदगी सम्मान होने लगी है. जिला प्रसाशन उनके प्रति सजग है. हर ब्लॉक से अंचल अधिकारी की तरफ से क्षति हुई लिस्ट मांगी जा रही है. बहुत जल्द सबका समाधान कर दिया जाएगा.