खगड़िया: जिले के इकलौते रेलवे अस्पताल में डॉक्टर का घोर अभाव है. मानशी स्टेशन पर स्थित ये रेलवे स्टेशन बिना डॉक्टरों के ही संचालित होता है. इसका खामियाजा रेलवे पैसेंजर और रेलवे कर्मचारी को भुगतना पड़ता है.
डॉक्टर रहते हैं नादारद
आलम ऐसा है कि यहां मरीज तो आते हैं लेकिन डॉक्टर के दर्शन किए बिना ही उन्हें लौटना पड़ता है. अस्पताल कर्मचारियों का कहना है कि रेलवे ने यहां एक डॉक्टर को कॉन्ट्रैक्ट पर रखा है. लेकिन वो कभी अस्पताल नहीं आते हैं. उनका अपना एक निजी क्लिनिक है, वो उसी में काम करते हैं.
लाखों के खर्च से बना है अस्पताल
इस अस्पताल को लाखों रुपये के खर्च से बनाया गया है. यहां मरीजों हर तरह की सुविधा दी गई है. लेकिन इन सभी सुविधाओं के बावजूद इस अस्पताल को संचालित करने वाला कोई नहीं है. मरीज आते हैं और निरशा लिए हाथ में अस्पताल से लौट जाते हैं. मजबूरन उनको निजी क्लिनिक की तरफ रुख करना पड़ता है.
एक नर्स के भरोसे अस्पताल
आपातकालीन स्थिती के लिए अस्पताल में एक नर्स है जो महिला मरीजों का इलाज करती है. नर्स ने बताया कि इस अस्पताल में डॉक्टर नहीं है. अगर कोई मरीज यहां आता है तो उसका प्राथमिक उपचार कर उसे बरौनी स्थित अस्पताल में भेज दिया जाता है.