खगड़िया: सोवियत रूस और यूक्रेन में युद्ध (Russia Ukraine War) आरंभ हो चुका है. उच्च शिक्षा के लिए यूक्रेन गये बिहार के सैकड़ों छात्र वहां अटके (Bihar students stuck in Ukraine) हुए हैं. खगड़िया जिले के विभिन्न प्रखंडों से अब तक चार मेडिकल छात्रों की पहचान सामने आई है जो रूसी हमले के बीच यूक्रेन में फंसे हैं. इसमें अंकित राज, मानसी प्रखण्ड के अब्दुल हासिम, रोहित कुमार और रवि कृष्ण शामिल हैं. सभी वहां मेडिकल की पढ़ाई कर रहे हैं.
इनमें बलहा गांव के पूर्व मुखिया संजीव कुमार के पुत्र रवि कृष्ण, खुटिया के दशरथ प्रसाद सिंह के पुत्र रोहित कुमार और सैदपुर के मो. अब्दुल हादी के पुत्र मो. अब्दुल हाशिम शामिल हैं. सभी के परिजन वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए चिंतित हैं. यूक्रेन की राजधानी कीव एयरपोर्ट पर हमले बाद इन छात्रों की चिंता और परेशानी बढ़ गई है.
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अब्दुल हाशिम और रोहित कुमार कीव से 50 किलोमीटर दूर बैनिस्टा मेडिकल कालेज के हॉस्टल में हैं. इन दोनों को हॉस्टल संचालक ने यूक्रेन छोड़ने को कहा है. दोनों का एयर टिकट मार्च का बना हुआ है. रवि कृष्ण भी कीव से 50-60 किलोमीटर की दूरी पर किराए के मकान में रह रहे हैं. हाशिम के पिता अब्दुल हादी ने बताया कि गुरुवार की सुबह आठ बजे बेटे से बात हुई थी. उसने बताया कि हॉस्टल में हूं.
उसका 14 मार्च का हवाई जहाज का टिकट बना है. मेडिकल के प्रथम वर्ष के छात्र मो. हाशिम ने बताया कि हॉस्टल इंचार्ज ने कहा कि ऑफ लाइन पढ़ाई अभी नहीं होगी. स्थिति को देखते हुए अपने देश चले जाएं. खाना-पानी मिल रहा है लेकिन दहशत का माहौल है. वहीं, युक्रेन के खारविक मेडिकल युनिवर्सिटी के छात्र अंकित राज ने अपने घर वीडीओ भेजकर हालात की जानकारी दी है.
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अंकित राज का कहना है सभी लोग अपना घर छोड़कर मेट्रो स्टेशन पर आ गए हैं क्योकि मेट्रो स्टेशन बम के हमले से सुरक्षित रख सकता है. अंकित राज ने भारत सरकार और बिहार सरकार से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द उन्हें सुरक्षित युक्रेन से बाहर निकालने की व्यवस्था की जाये. उनका कहना है कि उन्हें अब डर लग रहा है.
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