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खगड़िया: जिले के सिविल कोर्ट परिसर में बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन

पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों के तहत पीड़ित बालक-बालिकाओं का बयान दर्ज करने के लिए न्यायालय में एक पारिवारिक माहौल बनाये जाने की व्यवस्था है. जिसके लिए अलग से न्यायालय कक्ष, बच्चों के खेलने, उनके परिजनों के साथ सहजता बनाये रखने के उद्देश्य से सामान्य न्यायालय से अलग व्यवस्था का प्रावधान है.

बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन
बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन
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Published : Jan 29, 2020, 4:10 AM IST

खगड़िया: जिले में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार ने बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन किया. यहां पर पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामले का निष्पादन किया जाएगा. बाल मित्र न्यायालय को छोटे बच्चों के अनुरूप बनाया गया है. यहां पर एक कमड़े में खिलौने रखे हुए हैं.

'इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से होगी सुनवाई'
इस बाबत कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया की इस कोर्ट में पोक्सो एक्ट मामले की सुनवाई की जाएगी. यह न्यायलय कई मायने में अन्य न्यायालय से अलग है. यह बच्चों के अनुरूप बनाया गया है. यहां ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग किया गया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि यहां पर जज एक कमरे मे बैठकर वीडियो के जरिये सुनवाई होगी. कोर्ट में बैठे अन्य लोग आरोपी बालिका या फिर नाबालिगों को नहीं देख पाएगी.

बाल मित्र न्यायालय, खगड़िया
बाल मित्र न्यायालय, खगड़िया

पॉक्सो अधिनियम मामले की होगी सुनवाई
गौरतलब है कि पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों के तहत पीड़ित बालक-बालिकाओं का बयान दर्ज करने के लिए न्यायालय में एक पारिवारिक माहौल बनाये जाने की व्यवस्था है. जिसके लिए अलग से न्यायालय कक्ष, बच्चों के खेलने, उनके परिजनों के साथ सहजता बनाये रखने के उद्देश्य से सामान्य न्यायालय से अलग व्यवस्था का प्रावधान है.

खगड़िया: जिले में उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार ने बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन किया. यहां पर पॉक्सो एक्ट से जुड़े मामले का निष्पादन किया जाएगा. बाल मित्र न्यायालय को छोटे बच्चों के अनुरूप बनाया गया है. यहां पर एक कमड़े में खिलौने रखे हुए हैं.

'इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से होगी सुनवाई'
इस बाबत कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष नागेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया की इस कोर्ट में पोक्सो एक्ट मामले की सुनवाई की जाएगी. यह न्यायलय कई मायने में अन्य न्यायालय से अलग है. यह बच्चों के अनुरूप बनाया गया है. यहां ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक साधनों का उपयोग किया गया है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

उन्होंने बताया कि यहां पर जज एक कमरे मे बैठकर वीडियो के जरिये सुनवाई होगी. कोर्ट में बैठे अन्य लोग आरोपी बालिका या फिर नाबालिगों को नहीं देख पाएगी.

बाल मित्र न्यायालय, खगड़िया
बाल मित्र न्यायालय, खगड़िया

पॉक्सो अधिनियम मामले की होगी सुनवाई
गौरतलब है कि पॉक्सो अधिनियम के प्रावधानों के तहत पीड़ित बालक-बालिकाओं का बयान दर्ज करने के लिए न्यायालय में एक पारिवारिक माहौल बनाये जाने की व्यवस्था है. जिसके लिए अलग से न्यायालय कक्ष, बच्चों के खेलने, उनके परिजनों के साथ सहजता बनाये रखने के उद्देश्य से सामान्य न्यायालय से अलग व्यवस्था का प्रावधान है.

Intro:आज खगडिया में बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन किया गया,ये उद्घाटन उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार ने किया।


Body:आज खगडिया में बाल मित्र न्यायालय का उद्घाटन किया गया,ये उद्घाटन उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार ने किया।

खगड़िया के सिविल कोर्ट के प्रांगण में बाल मित्र न्यायालय बनाया गया है। और इस न्यायालय का उद्घाटन पटना से आए उच्च न्यायालय के न्यायाधीश संजय कुमार ने किया।
बाल मित्र न्यायालय कई मायने में बाकी न्यायालय से अलग है इसमें बहुत से इलेक्ट्रॉनिक चीजो का उपयोग किया जा रहा है जैसे कि अगर कोई बालिका पर कोई केश चल रहा है या बालिका के द्वारा कोई केश की सुनवाई किया जा रहा हो तो वो एक कमरे में बैठ कर वीडियो के जरिये जज के सामने पेश होगी। कोर्ट में बैठे लोग या आरोपी बालिका को नही देख पाएंगे।
जज ले टेबल पर एक डिस्प्ले लगाया गया है जिसमे सिर्फ जज ही उसको देख सकते है। और स्पीकर के जरिये नाबालिक लड़की से बात कर सकते है। वंही इस बल मित्र न्यायालय में एक खिलौनों से भरा कमरा भी है।
बार कोर्ट असोसिएशन के अध्यक्ष नागेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि इस कोर्ट में ज्यादातर केश पोक्सो एक्ट वाले कि सुनवाई होगी



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