खगड़िया: ये बात पुरानी हो गई जब सिर्फ बेटे ही परिवार के सदस्यों को मुखाग्नि देते थे. बदलते दौर में समय के साथ लोगों की सोच भी बदलने लगी है. अब महिलाएं रूढ़िवादी परंपरा को दरकिनार कर महिला सशक्तिकरण की ओर अपना कदम बढ़ा रही हैं. बिहार के खगड़िया (Khagaria) जिले में एक बेटी ने अपने पिता की मौत के बाद पूरे हिंदू विधान के साथ मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार (Father Of Funeral) किया. मामला जिले के परबत्ता थाना (Parbatta Police Station) इलाके के डुमरिया बुजुर्ग गांव का है.
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जानकारी के अनुसार, झारखंड पुलिस में एसआई के पद पर कार्यत डुमरिया बुजुर्ग निवासी विजय मिश्रा की शुक्रवार देर शाम मौत हो गयी. विजय मिश्रा लंबे समय से बीमार चल रहे थे. दिवंगत विजय मिश्रा की छः बेटियां हैं, लेकिन बेटा नहीं है. 4 बेटियों की शादी हो चुकी है. और दो बेटी कुमारी है. उनमें से सबसे छोटी बेटी मुस्कान माता-पिता के साथ ही रहती हैं. शनिवार को जब दिवंगत विजय मिश्रा की अंतिम यात्रा घर से शुरू होकर अगवानी गंगा घाट पर पहुंची, तो सबसे छोटी बेटी मुस्कान ने बेटे की तरह अंतिम संस्कार किया और पिता की चिता को मुखाग्नि दी.
वहीं, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सोशल मीडिया सह संयोजक नवनीत कुमार मिश्र ने कहा कि सामाजिक मान्यताओं और रुढ़िवादी परपंराओं को दरकिनार करते हुए छः बेटियों में सबसे छोटी पुत्री मुस्कान ने अपने पिता को मुखाग्नि देकर समाज में एक उदाहरण प्रस्तुत किया है. मुस्कान के द्वारा अपने पिता को मुखाग्नि देने के मामले की चर्चा जिले भर में हो रही है और सभी लोग मुस्कान को हिम्मत वाली बेटी की संज्ञा दे रहे हैं.
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